दैनिक भास्कर ब्यूरो
फतेहपुर । सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जमीनों में अवैध कब्जे को लेकर भले ही भू.माफियाओं पर लगातार शिकंजा कसने का प्रयास करें लेकिन कहीं न कहीं संबंधित अधिकारियों की लापरवाही व नाकामियों की पोल खुलती नज़र आ रही है।
मामला ग्राम औसेरीखेड़ा मजरा उभयपुर एहतमाली परगना तहसील बिंदकी थाना औंग का है। जहां पीड़ित मुंशीलाल पुत्र भान निवासी करीब 28 वर्ष को का कृषि हेतु आवंटन मिला था। उसकी जमीन पर गांव के ही दबंगों ने अवैध कब्जा कर लिया है। कई बार जिला प्रशासन से शिकायत करने के बाद भी कोई सुनवाई नहीं हुई तो पीड़ित प्रार्थी मजबूर होकर उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक के पास पहुंचकर न्याय की गुहार लगाई और कब्ज़ा न मिलने पर प्रार्थी ने आगामी 6 नवंबर को मुख्यमंत्री आवास के सामने आत्मदाह करने का निर्णय लिया है।
प्रार्थी मुंशीलाल का आरोप है विपक्षी रामखेलावन पुत्र दर्शन को उसकी भूमि के बगल में कृषि भूमि का आवंटन हुआ था। विपक्षी ने अपनी कृषि भूमि का मालती देवी पत्नी धर्म सिंह निवासी कानपुर नगर को 23 मार्च 2021 को बैनामा कर दिया था। अब प्रार्थी की भूमि को जबरदस्ती रामखेलावन व रामबहादुर पुत्र दर्शन ने जबरदस्ती कब्जा कर लिया। प्रार्थी का आरोप है की उसको भद्दी.भद्दी गालियां व जान से मारने की धमकी भी दी जा रही है जिसको लेकर थाने में शिकायत की गई लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई।
विपक्षी द्वारा घर में आग लगाकर काफी नुकसान भी किया गयाए जिसमें दिनांक 01 फरवरी 2020 को आरोपी रामखेलावनए बाबूरामए बहादुर व जगदीश के खिलाफ धारा 323ए 504ए 506 पर मुकदमा पंजीकृत किया गया। इसके बावजूद विपक्षियों पर कोई ठोस कार्रवाई करने के बजाए उल्टा औंग पुलिस द्वारा उसे ही जेल भेजने की धमकी मिली। जिले के उच्चाधिकारियों के दरवाजे से न्याय न मिलने पर प्रार्थी ने उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक से न्याय की गुहार लगाई है। उपमुख्यमंत्री ने मामले को संज्ञान में लेकर फतेहपुर जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक को उक्त मामले में निष्पक्ष कार्रवाई का आदेश दिया है।