भास्कर ब्यूरो
खखरेरू, फतेहपुर । जहां इस समय केंद्र एवं उत्तर प्रदेश सरकार का महत्वपूर्ण कार्यक्रम आयुष्मान भव पूरे देश व प्रदेश में आम जनमानस को स्वस्थ करने के लिए संचालित किया जा रहा है वही खखरेरु सीएचसी में मरीज को नियमित व समयबद्ध ओपीडी तक की सुविधाएं नहीं प्राप्त हो पा रही हैं। ग्रामीणों की अनेकों शिकायतों के बाद पिछले हफ्ते सीएमओ ने निरीक्षण
किया था। पुनः शुक्रवार को सीएमओ डॉक्टर राजेश कुमार व एसीएमओ इश्तेयाक अहमद ने सीएचसी का निरीक्षण किया गया। आयुष्मान कार्ड बनने व निरीक्षण की पूर्व सूचना की भनक लगने पर सुबह 8:00 बजे से ही मरीज व ग्रामीण सीएचसी परिसर में इकट्ठा होना शुरू हो गए थे। मरीजों व ग्रामीणों ने बताया कि केवल दो मेडिकल अफसर डॉ. राजू राव, डॉ. अभिनव कौशल, फार्मासिस्ट वीरेंद्र सिंह व अन्य स्वास्थ्य कर्मी मौजूद हैं परंतु प्रतिदिन की भांति 10 बजे तक भी डॉ. वंदना वर्मा, डॉ.रफत, डॉ तलहा (D.H.) सीएचसी में उपस्थित नहीं हो पाए थे।
मरीजों का कहना रहा कि दर्जनों शिकायतों के बावजूद भी यह तीन चार डॉक्टर सुधरने का नाम नहीं ले रहे हैं यह हफ्ते में दो-तीन दिन ही अस्पताल आते हैं ये लोग प्रयागराज से आवागमन करने के कारण इनकी ओपीडी 11:00 से पहले शुरू नहीं हो पाती और 2:00 बजे से पहले समाप्त हो जाती है। लोगों का यह भी कहना रहा कि सूबे के डिप्टी सीएम डॉक्टर बृजेश पाठक के आदेश भी इनकी सेटिंग गेटिंग या तानाशाही के आगे स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी बौने साबित हो रहे हैं।
मरीजों का कहना रहा कि इन लापरवाह डॉक्टरों की उदासीनता के कारण सरकारी स्वास्थ्य योजनाएं परवान नहीं चढ़ पा रही हैं। आम जनता को 24 घंटे स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ नहीं मिल पा रहा है। CHC के निरीक्षण में 2 बजे पहुंचे डिप्टी सीएमओ के निरीक्षण के समय में सभी डॉक्टर उपस्थित रहे। निरीक्षण के समय उपस्थित कुछ मरीजों व आम ग्रामीणों ने खखरेरु कस्बे में फल फूल रहे अवैध नर्सिंग होमो व फर्जी निजी अस्पतालों की बेलगाम वसूली व फर्जी तरीके से चिकित्सा करने की बात उठाई।
जिसके बाद सीएचसी से निकलते ही CHC के नजदीक चल रहे लीलावती हॉस्पिटल में डिप्टी सीएमओ की टीम ने छापा मार दिया। छापे की सूचना पर डॉक्टर व मैनेजर फरार हो गए। इस प्राइवेट अस्पताल के मरीजों को डिप्टी सीएमओ ने एंबुलेंस मंगवाकर सीएचसी में शिफ्ट करवाया तथा कहा कि यदि इसके कागज कंप्लीट नहीं होंगे तो इसको सीज कर दिया जाएगा।