दैनिक भास्कर ब्यूरो
फतेहपुर । सुल्तानपुर घोष थाना क्षेत्र के एक गांव निवासी तीन बच्चे गंगा नदी किनारे स्थित एक मंदिर में हो रहे भण्डारे में शामिल होने गये थे। जहाँ नदी में नहाते समय अधिक गहराई में चले जाने से तीनों की मौत हो गई। जानकारी के अनुसार सुल्तानपुर घोष थाना क्षेत्र के सलेमपुर गाँव निवासी हरिश्चंद्र माली पुत्र मोती लाल ने क्षेत्र के इजूरा खुर्द गाँव में नदी किनारे स्थित संकठन मन्दिर में रामचरित मानस पाठ की समाप्ति के बाद भण्डारे का आयोजन किया था जिसमे शामिल होने के लिए क्षेत्र के शिवचरन का पुरवा गांव निवासी रिशु देवी 10 वर्षीय पुत्री धर्मेन्द्र यादव, आर्यन (7) वर्षीय पुत्र सर्वेश यादव व भण्डारे के आयोजन कर्ता हरिश्चंद्र की पौत्री रोशनी (9) वर्षीय पुत्री सत्यम भी गई थी।
पुलिस को जानकारी दिए बिना हो गया तीनो का अंतिम संस्कार
जहां तीनो बच्चे नदी में स्नान करने लगे। इसी दौरान नदी में नहाते समय अधिक गहराई में चले जाने से तीनों बच्चे डूब गये। देर रात घर न पहुंचने पर जब स्वजन उनकी तलाश के लिए नदी किनारे पहुँचे तो सभी बच्चों के चप्पल व कपड़े देखकर सन्न रह गये। जिन्होंने अनहोनी की आशंका के चलते नदी में छलांग लगाकर बच्चों की तलाश शुरू की लेकिन उनका कहीं पर भी कोई सुराग नहीं मिला। स्वजनों ने बच्चो के डूबने की जानकारी इजूरा खुर्द गांव निवासी सन्तोष निषाद को दी। जिसने अपने अन्य गोताखोर साथियो के साथ मौके पर पहुंच लापता बच्चों की तलाश शुरू की।
इसी दौरान गोताखोरों ने नदी के अंदर कुंड से तीनो बच्चों के शव बरामद कर लिये। स्वजनों ने बगैर पुलिस को सूचना दिए मृतको के अंतिम संस्कार कर दिये। बच्चों की मौत की खबर से पूरे गांव में मातम पसर गया। मामले के बावत सुल्तानपुर घोष थाना प्रभारी योगेश कुमार सिंह ने बताया कि घटना संज्ञान में है। स्वजनों ने मृतको का अंतिम संस्कार बगैर पुलिस को सूचना दिए कर दिया है।