खागा, फ़तेहपुर । खखरेरू पुलिस ने मुठभेड़ के दौरान तीन शातिर फरार लुटेरों को गिरफ्तार किया है। जिनके पास से पुलिस टीम ने अवैध असलहों समेत लूट के जेवरात व नगदी व एक चोरी की बाइक भी बरामद की है।
पुलिस के अनुसार बीती रात खखरेरू थाना प्रभारी प्रमोद कुमार राव अपने हमराहियों के साथ गस्त पर थे इसी दौरान पुलिस टीम को कबरे गांव की ओर से एक अपाचे बाइक सवार तीन लोग आते दिखाई पड़े। जिनको पुलिस टीम ने रुकने का इशारा किया तो वह बाइक समेत भागने का प्रयास करने लगे। और बाइक समेत अनियंत्रित होकर गिर पड़े। पुलिस ने जब तीनो को ललकारा तो बदमाशो ने पुलिस टीम को निशाना बनाते हुए ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दिया।
पुलिस टीम द्वारा की गई फायरिंग के दौरान दो बदमाश पैर में गोली लगने की वजह से घायल हो गये। जबकि एक बदमाश बाइक छोड़कर भागने का प्रयास करने लगा। तीनो को पुलिस टीम ने दौड़ाकर पकड़ लिया। घायल बदमाशो को पुलिस आनन फानन पुलिस जीप से इलाज के लिए खखरेरू सीएचसी लेकर गई। गिरफ्तार किये गए बदमाशो ने पुलिसिया पूछताछ के दौरान अपने नाम आशिफ उर्फ छोटा टमाटर पुत्र अशफाक निवासी इजूरा बुज़ुर्ग थाना सुल्तानपुर घोष, ईशान पुत्र इब्राहिम निवासी अमाव कोतवाली खागा व तकशीर अहमद पुत्र अंसार निवासी ग्राम सोहद मऊ थाना सुल्तानपुर घोष बताया है।
अभियुक्तों के पास से पुलिस टीम ने लूटे गये सोने चांदी के जेवरात, नगदी, दो अदद देशी तमंचा आधा दर्जन जिन्दा व खोखा कारतूस समेत चोरी की एक बाइक भी बरामद किया है। अभियुक्तों ने बाइक को कानपुर जिला व शहर से बीते कुछ दिनों पूर्व चुराया जाना व बरामद किए गए गहनों व नगदी को बीती 30 अप्रैल की देर शाम खागा कोतवाली व कस्बे के नीम टोला मुहल्ला निवासी मुन्ना सोनी जो कि गेरिया गांव तिराहे में सराफा की दुकान चलाता है। उससे बिछियावा रोड के पास मारपीट कर छीने जाने की बात स्वीकारी है। गिरफ्तार किए गए तीनो बदमाशों को पुलिस ने शातिर चोर व लूट गिरोह का सक्रिय सदस्य व हिस्ट्रीशीटर करार दिया है।
जिनके खिलाफ पुलिस ने स्थानीय थाने समेत जनपदीय व अंतर्जनपदीय विभिन्न थानों में लगभग एक एक दर्जन संगीन आपराधिक मुकद्दमे पहले से दर्ज होने का दावा किया है। पुलिस ने गिरफ्तार किये गये अभियुक्तों के खिलाफ सुसंगत धाराओं में मुकद्दमा दर्ज कर जेल भेज दिया।
हालांकि पुलिस व बदमाशो के बीच हुई मुठभेड़ की कहानी को क्षेत्रियो ने हवा हवाई बताया है। पुलिस ने बदमाशों के पास से बरामद जेवरात को जिस सर्राफ से छीने जाने की बात कही है किसी के भी गले नहीं उतर रही है। भुक्तभोगी सर्राफ ने तो पूरी मुठभेड़ की कार्यवाही को ही पुलिस द्वारा लिखी गई पटकथा करार दिया है जिसने पुलिस द्वारा बदमाशो के पास से बरामद ज्वेलरी की पहचान कराये जाने से भी साफ इंकार किया है।