दैनिक भास्कर ब्यूरो
बकेवर/फतेहपुर। जलजीवन मिशन के तहत हर घर नल, हर घर जल योजना के तहत दो दिवसीय प्रशिक्षण शिविर लगाकर कौशल प्रमाण पत्रों के वितरण का कार्यक्रम देवमई ब्लॉक के मुसाफा गांव में हुआ था, जिसका टेंडर साइबर एकेडमी को मिला है। आरोप है कि डिप्लोमा होल्डरों को दरकिनार कर ग्राम प्रधान के चहेतों को प्रमाण पत्र बिना किसी ट्रेंनिग के वितरण कर दिया गया। युवाओं ने साइबर एकेडमी पर आरोप लगाते हुए जिलाधिकारी श्रुति को प्रार्थना पत्र देकर सम्बंधित एजेंसी पर कार्रवाई की मांग की है ।
आपको बता दें कि इस योजना के तहत हर ग्राम पंचायत में पानी की टंकी बनना है जिसमे 13 पदों पर चयन भी होना है जिसमे डिप्लोमा होल्डरों को प्रथम वरीयता देने के लिए शासनादेश है। इन पदों में 2 फिटर, 2 इलेक्ट्रीशियन, 2 प्लंबर, 2 मोटर मैकेनिक, 2 पंप आपरेटर व 3 राजमिस्त्री शामिल हैं। जिनकी दो दिवसीय ट्रेनिंग कराकर उन्हें प्रमाण पत्र देने की जिम्मेदारी साइबर एकेडमी के पास है।
लेकिन प्रधानों की मिलीभगत से डिप्लोमा होल्डरों के साथ पक्षपात कर एजेंसी ने प्रधानों की अपात्रों की लिस्ट को बिना ट्रेनिंग के प्रमाणपत्र वितरित कर दिए हैं। जिसकी शिकायत गुरुवार को जिलाधिकारी श्रुति से ग्राम मुसाफा निवासी सचिन कुमार पुत्र मनोज व चकपता मोहद्दीपुर निवासी सूरजभान पुत्र रामौतार ने की है। डिप्लोमा धारी युवकों ने बताया कि ग्राम प्रधान चांद हसन ने अनपढ़ व हाईस्कूल फेल अपने चहेतों को प्रमाण पत्र दिलवा दिया है जबकि डिप्लोमा धारियों को इसकी सूचना भी नहीं दी गई।
न ही कहीं इसका प्रकाशन हुआ और न ही गांव में डुग्गी पीटी गई। जब हम युवाओं ने अपना फार्म भरा तो उसे फाड़कर फेंक दिया गया। युवाओं ने साइबर एकेडमी द्वारा करवाये जा रहे कैम्प और प्रमाण पत्र वितरण पर सवाल उठाया। कहा कि उक्त एजेंसी भ्रष्टाचार में शामिल है। इसकी जांच करवाकर कठोर कार्रवाई करें। युवाओं ने बताया कि जिलाधिकारी ने जांच करवाकर कठोर कार्रवाई का आश्वासन दिया है।