फतेहपुर । अमौली विकास खण्ड के अंतर्गत ब्लॉक मुख्यालय में प्रधानमंत्री आवास योजना में बीडीओ, सचिव, प्रधान की मिलीभगत से बड़ा खेल चल रहा है। जहां आरोप है कि अपात्रों से सुविधा शुल्क लेकर बड़े पैमाने पर आवास दिए गए हैं जबकि दर्जनों पात्र ग्रामीण आज भी भटक रहे हैं।
बता दें कि अमौली ब्लॉक मुख्यालय में आवास योजना में बड़ा खेल चल रहा है यहां एक लाभार्थी रीना देवी पत्नी आशाराम को आवास योजना का लाभ दिया गया और आवास की आड़ में भूमि हीन दिखाकर स्थानीय लेखपाल और प्रधान प्रतिनिधि की सांठ गांठ से उसे आवास बनाने के लिए पट्टा भी आवंटित कर दिया गया।
स्थानीय लेखपाल ने फर्जी तरीके से आबादी की ज़मीन पर ही पट्टा देकर लाभार्थी को कब्जा दिलाने का प्रयास किया। चौकाने वाली बात तब सामने आयी जब स्थानीय लोगो ने कब्जा का विरोध शुरू कर दिया। लोगों ने जब जानकारी निकाली तो हैरान कर देने वाली बात सामने आई, पता चला कि लाभार्थी को प्रधानमंत्री आवास के तहत लाभ तो दिया गया लेकिन बिना एक ईट रखे, बिना जियो टैग कराए दो किश्त दे दी गई। इस दौरान एक लाख 10 हजार रुपए निकल भी गए। जबकि लाभार्थी के पास चार पहिया वाहन सहित पूर्व में जमीन भी रही है। जिसको बेचने के बाद लाभार्थी भूमिहीन बन गया।
शनिवार को मामले में सैकड़ो ग्रामीणों ने कलेक्ट्रेट पहुंचकर प्रदर्शन किया और पूरे मामले की जांच कराकर कार्यवाई के लिए जिलाधिकारी सी इंदुमती को शिकायती पत्र दिया। जिसके बाद सैकड़ों ग्रामीणों ने विकास भवन में पहुँचकर मुख्य विकास अधिकारी पवन कुमार मीणा, एडीएम अविनाश त्रिपाठी, बिंदकी एसडीएम, परियोजना अधिकारी शेषमणि सिंह को शिकायती पत्र देते हुए अमौली के विकास कार्यों सहित पीएम आवास योजना की जांच की मांग की। जिलाधिकारी व मुख्य विकास अधिकारी ने पूरे मामले में जांच का आश्वासन दिया है।