फतेहपुर : डॉक्टरो की लापरवाही से दो मरीजो की मौत, रिश्वत का आरोप

– जिला अस्पताल में ऑपरेशन के नाम पर होती है वसूली

भास्कर ब्यूरो

फतेहपुर । जिला अस्पताल लगातार सुर्खियों में है। पहले तो अस्पताल के अधिकतर डॉक्टर झोलाछापो के यहां ड्यूटी टाइम में ब्यक्तिगत लाभ के लिए सेवा देते हैं। जब सरकारी अस्पताल में ऑपरेशन करते हैं तो सामान आदि के नाम पर तीमारदारों से वसूलते हैं। ऐसा ही गम्भीर आरोप डॉक्टर पी के गुप्ता पर लगा है। जिनकी लापरवाही से एक महिला की मौत हुई है उन पर रिश्वत लेकर ऑपरेशन करने का आरोप है।


महिला अस्पताल में प्रसव के एक दिन बाद महिला की मौत हो गई। घटना से परिजनों में कोहराम मच गया। परिजनों ने डाक्टर और नर्स पर लापरवाही का आरोप लगाकर हंगामा किया। ऑपरेशन के नाम पर छह हजार रुपये रिश्वत लेने का डाक्टर पी के गुप्ता पर आरोप लगाया। हंगामे की सूचना पर पुलिस पहुंची। सीएमएस ने जांच का आश्वासन देकर मामला शांत कराया।

बता दें कि कानपुर गोविंदनगर निवासी रणवीर की पत्नी अनीता गौतम का मायका सदर कोतवाली क्षेत्र के अमरजेई, वर्मा चौराहा में हैं। प्रसव के लिए मायके में अनीता रह रही थी। अनीता के पिता त्रिलोकी नाथ ने बताया कि बेटी को प्रसव के लिए जिला महिला अस्पताल में दो अक्तूबर को भर्ती कराया था। आरोप है कि डाक्टर पीके गुप्ता ने पहले नॉर्मल डिलीवरी की बात कही बाद में हालत बिगड़ने पर आपरेशन किया। जिसके बदले में छह हजार रुपये मांगे। उन्होंने रुपये भी दे दिए। तीन अक्तूबर को प्रसव हुआ जिसके बाद बेटी अस्पताल के वार्ड में भर्ती थी। जहां 4 अक्टूबर की सुबह अचानक उसे उलझन होने लगी। इसके बाद डाक्टर पी के गुप्ता व नर्स को बताया गया, परिजनों ने बताया कि डॉक्टर मोबाइल चलाने में ब्यस्त थे मरीज का कोई ध्यान नहीं दिया। जिसके चलते दोपहर को अनीता की मौत हो गई। लापरवाही का आरोप लगाकर परिजनों ने हंगामा किया। सूचना पर सदर अस्पताल चौकी इंचार्ज शिशिर यादव मौके पर पहुंचे। पुलिस ने समझाकर लोगों को शांत किया। सीएमएस डा. रेखारानी ने बताया कि डाक्टर से प्रकरण में पूछताछ की गई है। रिश्वत के आरोप की जांच की जाएगी। इस बाबत प्रभारी सीएमओ डॉक्टर इश्तेयाक ने बताया कि जांचकर कार्रवाई की जाएगी।


– रामरतन में मरीज की मौत, रात भर हुआ हंगामा

शहर के शांतिनगर में स्थित रामरतन हॉस्पिटल में बीती रात एक मरीज की मौत हो गई। परिजनों ने रात भर जमकर हंगामा काटा। बताते हैं ऑर्थो के एक सरकारी चिकित्सक ने मरीज का ऑपरेशन किया था। देर रात मामला बिगड़ता देख अस्पताल संचालक ने मरीज के परिजनों को समझा बुझाकर मौत का सौदाकर मामले को शांत कराया।

इस बाबत एसीएमओ डॉक्टर इश्तेयाक ने बताया कि प्रकरण संज्ञान में है जांच की जाएगी। अस्पताल का रजिस्ट्रेशन है मगर रिनुअल नहीं है नोटिस जारी कर जवाब मांगा जाएगा।

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