बांग्लादेश में बवाल की आशंका : शेख हसीना के खिलाफ बड़ा फैसला कुछ ही देर में. …

बांग्लादेश की इंटरनेशनल क्राइम्स ट्रिब्यूनल में पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के मामले की सुनवाई जारी है। पहले न्यूज एजेंसी रॉयटर्स ने खबर दी थी कि हसीना को दोषी ठहरा दिया गया है, हालांकि अभी अंतिम फैसला नहीं आया है। हसीना पर मानवता के खिलाफ अपराध और वॉर क्राइम के 5 आरोप हैं।

इनमें हत्या, अपराध रोकने में नाकामी और मानवता के खिलाफ अपराध सबसे अहम हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक शेख हसीना को मौत की सजा सुनाई जा सकती है। कोर्ट के फैसले का लाइव टेलीकास्ट किया जा रहा है।

हसीना के फैसले को लेकर देशभर में हिंसा जारी है। सरकार ने हाई अलर्ट की घोषणा कर दी है। ढाका में 15,000 पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है। इन्हें हिंसक प्रदर्शनकारियों पर गोली चलाने का आदेश दिया गया है।

शनिवार देर रात से रविवार सुबह तक ढाका में दो बसों को आग लगा दी गई। फैसले के बाद हिंसा और बढ़ने की आशंका को देखते हुए देशभर में सुरक्षा-व्यवस्था कड़ी कर दी गई है।

पूर्व बांग्लादेशी IGP ने कोर्ट से माफी मांगी

बांग्लादेश के पूर्व IGP ममून ने कोर्ट से माफी मांगी है। उन्होंने कहा कि मैंने कोर्ट का पूरा साथ दिया। ममून ने माना कि वह हिंसा में शामिल थे। उन्होंने बताया कि 4 लोगों ने मिलकर साजिश की। वे सभी PM के आवास पर रोज मीटिंग करते थे।

ममून ने कहा कि उन्होंने 36 साल की सर्विस में कोई जुर्म नहीं किया। इस घटना ने उसकी छवि खराब की है। उनकी दलील सुनने के बाद जज ने कहा है कि हम कम सजा देंगे। उन्हें क्या सजा मिलेगी यह बाद में तय होगा।

शेख हसीना के बेटे बोले- मेरी मां भारत में सुरक्षित

अल जजीरा के मुताबिक शेख हसीना के बेटे सजीब वाजेद ने कुछ दिन पहले पत्रकारों से कहा था कि उन्हें पहले से पता है कि उनकी मां को मौत की सजा दी जाएगी। उन्होंने कहा कि हसीना भारत में सुरक्षित हैं और भारतीय सुरक्षा एजेंसियां उनकी पूरी रक्षा करेंगी।

वाजेद ने कहा कि शेख हसीना 5 बार प्रधानमंत्री रही हैं और देश में उनके बहुत समर्थक हैं। उनकी पार्टी अवामी लीग बांग्लादेश की दो सबसे बड़ी पार्टियों में से एक है। इसलिए वे इस फैसले को हल्के में नहीं लेंगे।

तीनों आरोपी कहां हैं?

शेख हसीना के अलावा, इस मामले में अन्य दो आरोपी पूर्व गृह मंत्री असदुज्जमां खान और पूर्व IGP चौधरी अब्दुल्ला अल-ममून हैं। तीनों आरोपियों में से शेख हसीना और असदुज्जमां फरार हैं। दोनों अब भारत में रह रहे हैं। वहीं, तीसरे आरोपी चौधरी अब्दुल्ला अल-ममून सरकारी गवाह बन चुके हैं।

शेख हसीना और उनके सहयोगियों पर 5 आरोप

  • आरोप नंबर 1- आरोपियों पर हत्या, हत्या की कोशिश, यातना देने का आरोप है। चार्जशीट में कहा गया है कि हसीना ने पुलिस और अवामी लीग से जुड़े हथियारबंद लोगों को आम नागरिकों पर हमला करने के लिए उकसाया। इसे बढावा दिया और हिंसा रोकने में नाकाम रहे।
  • आरोप नंबर 2- हसीना ने छात्र प्रदर्शनकारियों को दबाने के लिए घातक हथियार, हेलिकॉप्टर और ड्रोन इस्तेमाल करने का आदेश दिया।
  • आरोप नंबर 3- 16 जुलाई को बेगम रौकेया यूनिवर्सिटी के छात्र अबू सैयद की हत्या से जुड़ा है। आरोप में कहा गया है कि हसीना और अन्य ने इस हत्या के आदेश दिए, इसके लिए साजिश रची और अपराध में शामिल रहे।
  • आरोप नंबर 4- 5 अगस्त को ढाका के चांखारपुल में छह निहत्थे प्रदर्शनकारियों की हत्या कर दी गई। यह भी कहा गया है कि यह हत्या हसीना के सीधे आदेश, उकसावे, मदद, साजिश की वजह से हुई।
  • आरोप नंबर 5- इस आरोप में 5 प्रदर्शनकारियों को गोली मारकर हत्या करने और एक को घायल करने की बात है। आरोप है कि उन 5 मारे गए लोगों की लाशें जला दी गईं, और एक प्रदर्शनकारी को जिंदा जला दिया गया।

हसीना के पिता का घर गिराने पहुंचे प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज

आज धानमंडी 32 के पास जमा हुए प्रदर्शनकारियों पर आर्मी और पुलिस ने लाठीचार्ज किया। प्रदर्शनकारी हसीना के पिता शेख मुजीबुर रहमान के घर के बचे हुए हिस्सों को गिराने के लिए इकट्ठा हुए थे। भीड़ को तितर-बितर करने के लिए कम से कम दो साउंड ग्रेनेड भी फेंके गए।

रिपोर्ट के मुताबिक प्रदर्शनकारियों ने बैरिकेड तोड़कर अंदर जाने की कोशिश की, जिसके बाद पुलिस और सेना ने कार्रवाई की। इस दौरान लाठीचार्ज और ईंट–पत्थर फेंकने में कई प्रदर्शनकारी और पुलिसकर्मी घायल हो गए।प्रदर्शनकारी दो जेसीबी लेकर आए थे, ताकि घर का बचा हुआ हिस्सा गिराया जा सके। पुलिस ने घर के बाहर बैरिकेड लगाकर किसी को भी अंदर जाने नहीं दिया।

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