25 अक्टूबर को शुरू होगी ‘मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना’
सरकारी कर्मचारियों को दीपावली से पहले वेतन भुगतान करने के निर्देश
धनतेरस पर बाजारों की भीड़ पर फुट पेट्रोलिंग की होगी नजर
बड़े व्यापारिक स्थलों पर तैनात होंगे पुलिसकर्मी
लखनऊ । उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शनिवार देर रात अपने सरकारी आवास पर वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग के जरिये धनतेरस, दीपावली, भईयादूज, छठ तथा अन्य त्योहारों को लेकर पुलिस एवं प्रशासन के अधिकारियों को सावधानी बरतने तथा सतर्क रहने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि समाज की ऊर्जा को जोड़कर सकारात्मकता के साथ किया गया आयोजन ही पर्व है।
सीएम योगी ने कहा कि प्रदेश के लिए अगले 02 महीने अत्यन्त संवेदनशील है। इस दौरान सभी जिलाधिकारी, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, पुलिस अधीक्षक अपने-अपने जनपदों में सभी प्रकार की सावधानियां बरतें। धर्मगुरुओं से संवाद स्थापित करें और उकसाने वाली आवांछनीय तत्वों से सख्ती से निपटें। उन्होंने प्रमुख व्यक्तियों की सुरक्षा की समीक्षा हर स्तर पर करने के भी निर्देश दिये। इस साथ ही यूपी से सटे नेपाल बाॅर्डर तथा अन्य राज्यों की सीमाओं पर पूरी सतर्कता बरतने तथा सोशल मीडिया पर प्रभावी निगरानी के भी निर्देश दिए हैं।
उल्लेखनीय है कि 25 से 29 अक्टूबर, 2019 तक अयोध्या में आयोजित होने वाले दीपोत्सव (26 अक्टूबर, 2019) तथा धनतेरस, छोटी व बड़ी दीपावली, गोवर्धन, भैय्या दूज के अलावा, छठ पूजा (02 व 03 नवम्बर, 2019), चौदहकोसी व पंचकोसी एवं कार्तिक पूर्णिमा (12 नवम्बर, 2019) आदि त्योहार मनाए जाएंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार इन सभी त्योहारों का आयोजन शान्ति और उल्लासपूर्ण वातावरण में सफलतापूर्वक सुनिश्चित करना चाहती है। उन्होंने कहा कि पर्व और त्योहार केवल आयोजन नहीं, बल्कि यह अपनी क्षमता आंकने के अवसर भी हैं। कहा कि सभी जनपदों के जिलाधिकारी एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक व पुलिस अधीक्षक सभी आवश्यक सावधानियां बरतें। जिला प्रशासन जनता के साथ सकारात्मक रवैया अपनाए, ताकि सभी पर्व हर्षोल्लास के वातावरण में मनाए जा सकें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि धनतेरस पर बाजारों में काफी भीड़ होगी। इस देखते हुए सभी बाजारों में फुट पेट्रोलिंग सुनिश्चित की जाए। सीसीटीवी कैमरों को भी स्थापित किया जाए और बड़े व्यापारिक स्थलों पर पुलिसकर्मी तैनात किए जाएं, ताकि लूटपाट की घटनाएं रोकी जा सकें। वे सभी जनपदों के संवेदनशील स्थानों को चिन्हित करने और आवश्यक कार्रवाई करने के भी निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री ने कहा त्योहारों के दृष्टिगत पूरे प्रदेश में विद्युत की निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित की जाए। उन्होंने हर स्तर पर सुरक्षा प्रबन्ध चाक-चैबन्द रखने तथा असामाजिक तत्वों पर कड़ी निगाह रखने के भी निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि शासन, मण्डल, जनपद, तहसील तथा थाना स्तर के सभी अधिकारी इन त्योहारों को सौहार्दपूर्ण वातावरण में मनाने के लिए अपनी-अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन करें।
मुख्यमंत्री जी ने जिलाधिकारियों, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षकों, पुलिस अधीक्षकों को निर्देश देते हुए कहा कि पूजा स्थलों पर लगने वाले लक्ष्मी पूजा पण्डालों, रामलीला मंचन आदि के स्थानों के आस-पास साफ-सफाई और सुरक्षा के विशेष प्रबन्ध सुनिश्चित किए जाएं।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि नदियों के घाटों, सरोवरों आदि पर जल पुलिस, बाढ़ राहत पुलिस के साथ होमगाड्र्स, सिविल डिफेन्स के पदाधिकारियों व सदस्यों की सेवाएं प्राप्त की जाएं। उन्होंने निर्देश दिए कि संचार, अग्निशमन, चिकित्सीय व्यवस्थाओं के साथ-साथ बचाव एवं राहत टीमों का गठन भी सुनिश्चित किया जाए। अभिसूचना इकाइयों के अधिकारियों, कर्मचारियों को सतर्क करते हुए पर्याप्त फीडबैक लिया जाए।
उन्होंने दीपावली के दौरान जुआ खेलने और शराब पीने से होने वाली घटनाओं पर अंकुश लगाने के भी निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि अवैध शराब की बिक्री किसी भी हाल में न होने पाए। यदि ऐसी शराब की बिक्री से कोई घटना घटित हुई, तो दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
मुख्यमंत्री ने बारूद व पटाखों के कारण होने वाली घटनाओं से निपटने की तैयारियों के भी निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि पटाखों की बिक्री लाइसेंसी व्यापारी द्वारा शहर के बाहर खुले स्थान पर ही सुनिश्चित की जाए। साथ ही, ग्रीन क्रैकर्स के इस्तेमाल को प्रोत्साहित किया जाए। इनसे प्रदूषण कम होता है। उन्होंने पटाखा बेचने वालों को अनावश्यक परेशान न करने के भी निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने अपने कर्मचारियों की सुविधा के लिए दीपावली से पहले वेतन भुगतान के निर्देश दिए हैं। यह सुनिश्चित किया जाए कि सभी कर्मचारियों को दीपावली से पहले वेतन मिल जाए। इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही अक्षम्य होगी।
25 अक्टूबर को शुरू होगी ‘मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना’
उन्होंने कहा कि 25 अक्टूबर को ‘मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना’ लागू की जा रही है, जिसका वृहद् आयोजन राज्य तथा जनपद स्तर पर सुनिश्चित किया जाएगा। उन्होंने जिलाधिकारियों को निर्देश दिए कि इस योजना की लाभार्थी बालिकाओं के खाते में धनराशि उसी दिन अन्तरित कर दी जाए। उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि हर हाल में यह सुनिश्चित किया जाए कि इसमें अपात्र लोग चयनित न हों।
वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग के दौरान मुख्यमंत्री ने निराश्रित व बेसहारा गोवंश की समस्या पर शीघ्रता से प्रभावी नियंत्रण करने के निर्देश दिए। कहा कि यह भी सुनिश्चित किया जाए कि इनसे किसानों की फसलों को कोई नुकसान न हो। साथ ही, इनके कारण होने वाली मार्ग दुर्घटनाओं पर भी नियंत्रण लगाया जाए।
बैठक में मुख्य सचिव, अपर मुख्य सचिव गृह, पुलिस महानिदेशक, प्रमुख सचिव नगर विकास, प्रमुख सचिव ग्राम्य विकास, प्रमुख सचिव बाल विकास एवं पुष्टाहार, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री, सचिव मुख्यमंत्री सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।