हरियाणा के यमुनानगर में मंगलवार सवेरे बड़ा हादसा हो गया। ट्रक की पेड़ से टक्कर के बाद उसमें आग लग गई। हादसे में आरटीए के एक कर्मचारी और चालक की जिंदा जलने से मौत हो गई। हादसा तब हुआ, जबकि RTA का कर्मचारी लॉडेड ट्रक को पकड़ वजन कराने के लिए कांटे पर लेकर जा रहा था।
नकारी के अनुसार क्षेत्रीय परिवहन प्राधिकरण (RTA) के कर्मचारी मंगलवार सुबह गश्त पर पर थे। इस बीच टीम की नजर कनालसी घाट पर खड़े रेत से भरे एक ओवरलोडेड ट्रक पर पड़ी। आसपास कोई चालक नहीं था। इस दौरान कर्मचारियों ने ट्रक का लॉक तोड़ा और अपना एक चालक को ट्रक में बैठा कर उसे कांटे पर वजन कराने के लिए में रवाना कर दिया। इस ट्रक को आरटीए विभाग का कर्मचारी सुभाष भी था।
पेड़ से टकराया ट्रक
ट्रक कनालशी घाट से लगभग 4 किलोमीटर दूर अमादलपुर रोड पर पहुंचा था कि वह एक पेड़ से टकरा गया और उसमें आग लग गई। आग लगने के बाद आरटीए कर्मचारी विशाल और ट्रक चालक आलिम को ट्रक में से निकलने का मौका नहीं मिला। दोनों ट्रक में जिंदा जल गए।
कभी नहीं चलाया था ट्रक
भारी संख्या में लोग मौके पर पहुंचे। किसी तरह आग पर काबू पाया गया, लेकिन तब तक दोनों की मौत हो चुकी थी। जिस ट्रक के साथ हादसा हुआ उसी ट्रक चालक के साथी खुशी ने बताया कि आरटीए की गाड़ी में बैठे व्यक्ति को बोलेरो चलानी आती थी, लेकिन ट्रक चलाना नहीं आता था और वह आगे जाकर पेड़ से टकरा गया, जिससे आरटीए कर्मचारी विशाल और चालक आलिम की मौत हो गई।
दो ट्रकों को पकड़ा था: RTO
आरटीओ डॉ. सुभाष का कहना है कि उन्होंने आज सुबह दो गाड़ियों ओवरलोड में पकड़ी थी। और दोनों में अपना एक-एक कर्मचारी बैठा कर उसे कार्यालय लाने के लिए रवाना किया था, ताकि ओवरलोड कितना है, पता चल सके और उसका जुर्माना हो सके।
चालक RTA का नहीं
इसी दौरान लापरवाही अथवा जानबूझकर ट्रक चला रहे व्यक्ति ने गाड़ी पेड़ से टकरा दी, जिससे गाड़ी में आग लग गई और आरटीओ विभाग के कंप्यूटर कर्मचारी विशाल और ट्रक चलाने वाले की मौत हो गई। आरटीए ने इस बात से इनकार किया कि ट्रक को विभाग का कर्मचारी चला रहा था। उन्होंने कहा कि हमारा कोई भी कर्मचारी ट्रक में साथ बैठता है गाड़ी नहीं चलाता।