उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के शहर गोरखपुर में कोरोना से होने वाली पहली मौत की पुष्टि हो गई है। बस्ती जिले के निवासी हसनैन अली की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आया है। इसका इलाज कराने वाले मेडिकल स्टॉफ को आइसोलेट कर दिया गया है।
बस्ती जिले के निवासी हसनैन अली को 29 मार्च रविवार को लगभग 03:40 बजे बाबा राघवदास (बीआरडी) मेडिकल कॉलेज के वार्ड नंबर 14 में भर्ती कराया गया था। सोमवार की सुबह बीआरडी मेडिकल कॉलेज के आईसीयू में युवक की मौत हो गई थी। गोरखपुर के बीआरडी मेडिकल कॉलेज में इलाज के दौरान बस्ती के जिस युवक की मौत हो गई थी वह कोरोना पाजीटिव निकाला। केजीएमयू लखनऊ से कन्फर्म रिपोर्ट आने के बाद गोरखपुर से बस्ती तक हड़कम्प मच गया है। इस मरीज का इलाज कराने वाले सभी डॉक्टरों, पैरामेडिकल स्टॉफ और तीमारदारों को क्वारेंटाइन या आइसोलेट कर दिया गया है। मरीज के सम्पर्क में आने वालों को भी क्वारंटीन या आइसोलेट किया गया है।
संपर्क में आने वालों की तलाश शुरू
अब गोरखपुर और बस्ती में इसके संपर्क में आये अन्य लोगों की तलाश हो रही है। आशंका है कि उसकी वजह से कई लोग संक्रमित हो सकते हैं।
सांस की तकलीफ पर भर्ती कराया था
रविवार की रात उसके परिजनों ने सांस में तकलीफ की शिकायत पर पहले ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया था। वहां से मेडिसिन विभाग के वार्ड नंबर 14 में उसे शिफ्ट किया गया था। रात में तबीयत बिगड़ने पर डॉक्टरों ने उसे कोरोना वार्ड में शिफ्ट किया था, जहां सोमवार की सुबह उसकी मौत हो गई थी।
पूछताछ में कतरा रहे थे परिजन
युवक की मौत के बाद डॉक्टरों ने शक के आधार पर उसके परिजनों से युवक की विदेश यात्रा और अन्य गतिविधियों के बारे में पूछताछ शुरु की तो परिजन कतराने लगे। इसके बाद उसके शव से गले के लार के नमूने को लेकर जांच के लिए भेजा गया। युवक का शव परिजन अपने साथ लेते गए। मंगलवार को थ्रोट स्वाब की जांच में कोरोना के संकेत मिले थे। बुधवार सुबह केजीएमयू से सूचना आई कि उसे कोरोना था।