पहले ही साल 32 डील्स, 9 यूनीकॉर्न्स अब भारत का टॉप एक्सीलरेटर फंड

लखनऊ। जब एयर बीएनबी और डोरडैश पिछले हफ्ते आईपीओ के लिए गए, तो उनका शुरुआती निवेशक वाय कॉम्बिनेटर (वायसी) एक बड़े विजेता के रूप में सामने आया। जिन लोगों ने इन कंपनियों को शुरुआत में खारिज कर दिया था, उन में ही FOMO (कुछ खोदेने का डर) दिख रहा था। आईपीओ में एयर बीएनबी और डोरडैश ने क्रमशः $ 100 बिलियन और $ 72 बिलियन मार्केट कैप से शुरुआत की। इन निवेशों सेवाय कॉम्बिनेटर को 100- 1000 गुना तक बेहतरीन रिटर्न मिला है। 2005 में वाईसी ने जो निवेश क्रांति शुरू की थी, वह भारत समेत तमाम प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं में फैल गई और इसने पिछले कुछ वर्षों में कई एक्सीलरेटर और इनक्यूबेटरों का जन्म होते देखा है। एक एक्सीलरेटर जो भारतीय बाजार में वायसी के समान भूमिका निभा रहा है, वह मुंबई स्थित 9 यूनिकॉर्न्स है। यह लॉन्च के पहले वर्ष में 32 डील्स के साथ सबसे तेजी से बढ़ने वाला और सबसे आक्रामक खिलाड़ी के रूप में उभरा है। वायसी ने अपने लॉन्च के पहले साल में महज 24 स्टार्ट-अप्स में निवेश किया था।

भारत के अग्रणी इंटिग्रेटेड इन क्यूबेटर वेंचर कैटेलिस्ट्स (वीकैट्स) के 300 करोड़ रुपए के सेक्टर-एग्नोस्टिक फंड ने 2020 में अपने पहले ही वर्ष में लगभग हर महीने औसतन तीन स्टार्ट-अप में निवेश किया है। सैकड़ों स्टार्ट-अप के आइडिया हर महीने 9यूनिकॉर्न्स के सामने आए और उसकी सख्त चयन प्रक्रिया मापदंडों के चलते कुछ प्रतिभाशाली विचारों को चुना गया । यह उत्कृष्टता सुनिश्चित करने के लिए चुने गए प्रत्येक स्टार्ट-अप के पीछे 90 स्टार्ट-अप आवेदनों को अस्वीकार किया है। यह प्रक्रिया फंड बनाने में कैटेगरी लीडर्स की मदद करती है और अगले यूनिकॉर्न बनने के लिए इन स्टार्ट-अप को बेहतर बनाती है। उदाहरण के लिए, इसके कुछ निवेशकों – मित्रों, जननी एआई, और परीक्षा ने निवेश के पहले छह महीने के भीतर अगले हायर राउंड वैल्यूएशन की तैयारी कर ली है। इसने अब तक डीपटेक, बी2बीसास, मीडिया, एफएमसीजी, फिनटेक, इंश्योरटेक, हेल्थटेक और एडटेक सेक्टर में निवेश किया है।

9यूनिकॉर्न्स में निवेश करने और उच्च विकास की कंपनियां बनाने की क्षमता पर 9यूनिकॉर्न्स के पार्टनर अभिजीत पई ने कहा, “आज हम जिस दुनिया में रहते हैं, उसने टेक्नोलॉजी को अपनाने की आवश्यकता को स्पष्ट तौर पर साबित किया है। आज भारत दुनिया का सबसे युवा देश है और यहां दुनिया के सबसे ज्यादा युवा रहते हैं, ऐसे में भारत और भारतीय स्टार्टअप दोनों को ही नए युग के उपभोक्ताओं और उद्यमों से बहुत अधिक मिलने वाला है। 9यूनिकॉर्न्स में हम आइडिया/ प्रारंभिक चरण में टेक्टोनिक शिफ्ट लाने का प्रयास करते हैं और लंबी अवधि में वैल्यू क्रिएशन और बदलाव को प्रदर्शित करने की उम्मीद करते हैं। हमारा मानना है कि भारत वर्षों में कई वेल्थ क्रिएटर्स को आगे लाएगा और यह भरोसा दिलाएगा कि ये न केवल दुनिया के स्टैंडर्ड्स पर खरे उतरते हैं बल्कि पूरी दुनिया में सर्वश्रेष्ठ है।”

स्रोतःट्रैक्सन, क्रंचबेस

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