गोरखपुर: विशेष प्रार्थना के नाम पर 250 हिन्दू महिलाओं और पुरुषों को ईसाई धर्म के प्रति आकर्षित कर धर्म परिवर्तन कराने के प्रयास के आरोप में पुलिस ने पांच लोगों को गिरफ्तार किया है. पुलिस की जांच में ये तथ्य सही पाया गया कि पांचों आरोपी विशेष पूजा और चमत्कार से बीमारियों के उपचार के नाम पर लोगों को धर्म विशेष के प्रति आकर्षित कर धार्मिक शत्रुता बढ़ा रहे थे. हैरानी की बात ये है कि विशेष प्रार्थना की आड़ में कराए जा रहे धर्म परिवर्तन में छोटे-छोटे बच्चों को भी शामिल किया गया था.
गोरखपुर के गुलरिहा इलाके के रघुनाथपुर गांव में ये विशेष प्रार्थना चल रही थी. पांच युवक विशेष प्रार्थना करा रहे थे. इसी दौरान गांव के कुछ युवा इस विशेष प्रार्थना में पहुंचकर वीडियो बनाने लगे. उन लोगों को प्रार्थना करा रहे लोगों ने वीडियो बनाने से मना किया. जब युवक नहीं मानें तो प्रार्थना को बीच में ही रोक दिया गया.
इस दौरान वीडियो बना रहे युवक ये कहते हुए भी दिखाई दिए कि इस प्रार्थना में छोटे बच्चों को भी शामिल किया गया है. ये आप लोग क्या कर रहे हैं. हिन्दू धर्म के ये बच्चे तो हिन्दुत्व को ही भूल जाएंगे. आप लोग विशेष पूजा के नाम पर धर्म परिवर्तन करा रहे हैं. इस दौरान गिरफ्तार किए गए युवक महिलाओं और पुरुषों को ‘प्रभु यीशु’ के नाम की विशेष पूजा करा रहे थे.
एसपी नार्थ रोहित सिंह साजवान ने बताया
गुलरिहा इलाके के रघुनाथपुर गांव में प्रशानिक अनुमति नहीं होने के बावजूद इस विशेष प्रार्थना को कराया जा रहा था. उन्होंने बताया कि जांच में ये तथ्य सही पाए गए हैं कि विशेष प्रार्थना और चमत्कार से बीमारियों को ठीक करने के नाम पर 250 हिन्दू महिलाओं और पुरुषों को प्रार्थना में सम्मिलित किया गया था.
रघुनाथपुर गांव के ग्रामीणों द्वारा की गई शिकायत के बाद ये गिरफ्तारी की गई. भटहट पुलिस चौकी प्रभारी प्रमोद सिंह और एलआईयू सीओ के साथ इस स्थान पर पहुंचे. यहां पर जांच के बाद पाया गया कि पांच लोग, हिंदू समुदाय के लगभग 250 महिलाओं और कुछ पुरुषों के समूह को धर्म परिवर्तन के लिए उकसा रहे थे.
पुलिस ने गोरखपुर के गुलरिहा थानाक्षेत्र के रघुनाथपुर टोला भगवानपुर के रहने वाले आरोपी अनिल कुमार, प्रद्युम्न और रविन्द्र पुत्र रामप्रीत, मनीराम टोला भवानीपुर पनियरा महाराजगंज के दीपक कुमार पुत्र रामजियावन, सहजनवां पाली के मोनू पत्र पंचम प्रसाद को गिरफ्तार किया है.
पुलिस सूत्रों के अनुसार
अभियुक्त ईसाई मिशनरियों के साथ कथित लिंक वाले समूह से संबंधित हैं. हालांकि पुलिस इस मुद्दे पर स्पष्ट रूप से कुछ भी नहीं कह रही है. जिस भवन में विशेष प्रार्थना चल रही थी, उसका उपयोग चर्च के रूप में किया जाता है. जहां पांचों आरोपी ईसाई धर्म की ओर लोगों को आकर्षित करने की कोशिश कर रहे थे.
एसपी नार्थ रोहित सिंह साजवान ने बताया कि “ये पांच लोग बीमारियां ठीक करने और धर्म के आधार पर शत्रुता को बढ़ावा देने की कोशिश में लोगों को किसी विशेष धर्म की ओर आकर्षित करने की कोशिश कर रहे थे. यह जांच का प्राथमिक चरण है और जांच के बाद चीजें स्पष्ट हो जाएंगी.”