
मनकापुर गोण्डा- कैबिनेट मंत्री रमापति शास्त्री के आश्वासन के बाद भी मनकापुर क्षेत्र अंतर्गत मनवर नदी पर पुल नही बन सका। पुल न बनने के कारण दर्जनों गांव के ग्रामीणों को मुसीबतों का सामना करना पड़ रहा हैं। नाराज ग्रामीणों ने पुल नही तो वोट नही का नारा दिया।
विधानसभा क्षेत्र के मनकापुर दिनकरपुर पर मनवर नदी पर वर्ष 1931 में माई राम कुट्टी मंदिर के पुजारिन सरस्वती भूलननंद उर्फ़ माई जी ने ग्रामीणों के सहयोग से मनवर नदी पर ईट का पिलर डालकर लगभग 12 फुट चौड़ा व लगभग 30 फुट का पुल बनवाया था। जिस पर छोटी गाड़ियां व दोपहिया वाहन का आवागमन था। बाद मे पुल जर्जर हो गया और ग्रामीणो ने अस्थाई पुल बनाया। अब पुल पर पैदल ही लोग आवागमन कर सकते हैं जिस से बल्लीपुर] चांदपुर] लखपतरायबरसैनिया] कुड़वा] जंगलीपचपुति] जगतापुर] बेनीपुर] पेरीपोखर] शुक्ल पुरवा] मल्हीपुरघुनाही] अमघटी गांवों के ग्रामीणों का प्रति दिन आना जाना होता है। स्थाई सीमेंट पुल ना होने से लोगों को 5 से 10 किलोमीटर की दूरी अधिक तय करके जाना पड़ता है। मनकापुर विधान सभा क्षेत्र के दर्जनों ग्रामीणों ने मनवर नदी पर पुल बनाए जाने की मांग की थी। मंत्री ने पुल निर्माण का आश्वासन भी दिया। लेकिन पुल नही बना।
जिससे लोगों को आने जाने में परेशानी हो रही है। अधिवक्ता लालबाबू सोनकर ने बताया कि विधान सभा के चुनाव के दौरान जनप्रतिनिधियों द्वारा पुल निर्माण करवाने की बात कही जाती है और चुनाव बाद वह वादा खत्म हो जाता है। दिनकर पुर गांव निवासी अमरजीत प्रजापति ने बताया कि अ।स्थाई पुल ना होने से कभी आभार रोगियों को लाने ले जाने में 10 किलोमीटर अतिरिक्त सफर करना पड़ता है। बद्री प्रसाद मिश्रा ने बताया कि जनहित में जनप्रतिनिधियों को दर्जनों गांव के लोगों को संपर्क मार्ग होने से सीमेंट बनाने आवश्यक है। वही समाज कल्याण मंत्री के प्रतिनिधि वेद प्रकाश दुबे ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के पास प्रस्ताव भेजा गया और शीघ्र ही जनहित में स्थाई पुल का निर्माण कराया जाएगा।