अर्जेंटीना के दिग्गज फुटबॉलर लियोनल मेसी ने संन्यास का ऐलान कर दिया है। वे कतर में अगले माह से शुरू होने वाले FIFA वर्ल्ड कप-2022 के बाद फुटबॉल को अलविदा कह देंगे।
35 साल के इस फुटबॉलर ने अर्जेंटीना के पत्रकार सेबास्टियन विग्नोलो को दिए एक इंटरव्यू में कहा- ‘कतर में होने वाले FIFA वर्ल्ड कप के बाद मैं इस खेल से संन्यास ले लूंगा। मैंने पहले ही फैसला ले लिया है और टीम को इसकी जानकारी भी दे दी है, यह मेरा आखिरी विश्व कप होगा।’ मेसी का यह पांचवा फीफा वर्ल्ड कप होगा। मेसी के ऐलान के बाद इस रिपोर्ट में जानिए उनका सफर, करियर, रिकॉर्ड और उपलब्धियां।
2005 में पहला इंटरनेशनल मैच खेला था
मेसी 5वां वर्ल्ड कप खेलने जा रहे हैं। उन्होंने 2005 में अर्जेंटीना की ओर से इंटरनेशनल डेब्यू किया था। वे 164 मैचों में 90 गोल कर चुके हैं। उन्होंने वर्ल्ड कप के 19 मुकाबलों में 6 गोल दागे हैं। ओवरऑल करियर की बात करें तो मेसी ने 781 गोल दागे हैं।
नैपकिन पेपर पर साइन किया था पहला कॉन्ट्रैक्ट
मेसी ने अपना पहला कॉन्ट्रैक्ट नैपकिन पेपर पर साइन किया था। वे 2000 में 13 साल की उम्र में बार्सिलोना से जुड़े थे। पेपर नहीं होने की वजह से उन्होंने एक नैपकिन पर कॉन्ट्रैक्ट साइन किया था। बार्सिलोना क्लब मेसी के इलाज का सारा खर्च इस शर्त पर देने को तैयार हो गया- ‘वे यूरोप में ही बस जाएं। इस पर उनका परिवार यूरोप चला गया।’
10 साल की उम्र में गंभीर बीमार पड़ने पर बार्सिलोना ने थामा था मेसी का हाथ
6 साल की उम्र में ही मेसी फुटबॉल लेकर सड़कों पर 15-20 मिनट तक बिना रुके दोनों पैरों से जगलिंग करते थे। गेंद उनके पैरों से नीचे ही नहीं गिरती थी। इतने छोटे बच्चे को ऐसा करते देख लोग मेसी को इनाम के रूप में पैसे दिया करते थे। लोग उन्हें भविष्य का फुटबॉलर कहने लगे थे।
मेसी के इलाज पर हर महीने एक हजार डॉलर खर्च होते थे
मेसी जब 10 साल के हुए तो पता चला कि उन्हें ‘ग्रोथ हार्मोन डेफिशिएंसी’ की बीमारी है। इससे शरीर का विकास रुक जाता है। इसके इलाज में हर महीने 1000 डॉलर का खर्च उठाना परिवार के लिए मुमकिन नहीं था। तब नेवल्स ओल्ड बॉय क्लब ने बार्सिलोना क्लब को इसकी जानकारी दी, जो मेसी के खेल से काफी प्रभावित था और उसे टीम में शामिल करना चाहता था।