मसरुर खान/विनीतलखना
बकेवर।लखना कस्बे में स्थित ऐतिहासिक प्राचीन मां कालिका देवी मंदिर जनपद ही नहीं बल्कि देश भर के श्रद्धालुओं की आस्था का प्रमुख केन्द्र है। यह एक ऐसा मंदिर है जहां पर एक ही परिवार सदियों से पूजा अर्चना की व्यवस्था संभाले हुऐ है। वर्तमान में मंदिर के पुजारी छटी पीढ़ी के सदस्य के रूप में प्रतिदिन माता की पूजा अर्चना करता है।
भले ही दक्षिण भारत के मंदिरों में दलितों का प्रवेश आज के दौर में बड़ा मुद्दा है लेकिन इटावा जिले के कस्बा लखना में स्थित मां कालका देवी मंदिर में सदियों से एक दलित परिवार के द्वारा ही पूजा अर्चना की परंपरा चली आ रही है मंदिर की स्थापना के संबंध में बताया गया है कि लखना के पड़ोस के गांव दिलीप नगर के जमीदार खुमान सिंह के पुत्र राव जसवंत सिंह ने मंदिर की स्थापना कराई थी।
शनिवार को लगता है श्रद्धालुओं का भारी मेला।
मां कालका देवी के पावन दरबार में प्रत्येक शनिवार को भक्तों का भारी मेला लगता है नवरात्र के दिनों में तो यहां पर जिले के ही नहीं बल्कि देश भर से काफी संख्या में श्रद्धालु पूजा-अर्चना के लिए पहुंचते हैं शनिवार का दिन माता की पूजा अर्चना के लिए विशेष माना जाता है यहां पर दूर-दराज व आसपास के लोग अपने बच्चों के मुंडन संस्कार कराने के लिए आते हैं इसके अलावा शादी के बाद जात के लिऐ भी लोग यहां पर पहुंचते हैंI