महाराष्ट्र में प्राइवेट लेब में अब कोरोना टेस्ट कराने के लिए 980 रु. देने होंगे। प्राइवेट लैब ने आरटी-पीसीआर टेस्ट की फीस 1200 रुपए से कम करके 980 रुपए कर दी गई है।फीस कम होने से सरकारी लैब पर दबाव कम होगा और ज्यादा से ज्यादा लोग टेस्ट करवा सकेंगे। इसी के साथ महाराष्ट्र देश का पहला ऐसा राज्य बन गया है जहां कोरोना टेस्टिंग की फीस इतनी कम है। महाराष्ट्र में अब तक 16 लाख 40 हजार से ज्यादा लोग संक्रमित हो चुके हैं।
सरकार ने कोरोना जांच को तीन श्रेणियों में विभाजित किया है। जिनके लिए दाम इस प्रकार हैं 980 रुपए, 1400 रुपए और 1800 रुपए। प्राइवेट लैब में जाकर कोरोना की जांच करवाने वाले को 980 रुपए देने होंगे, जबकि किसी को भी कोविड सेंटर या हॉस्पिटल या फिर क्वारैंटाइन सेंटर में जांच करवाने पर आपको 1400 रुपए चुकाने होंगे। वहीं अगर मरीज के घर जाकर कोरोना टेस्टिंग के लिए सैंपल लिया जाएगा तब आपको 1800 रुपए चुकाने होंगे।
10 लाख जनसंख्या पर हो रहे हैं 70 हजार टेस्ट
स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने कहा कि राज्य में कोरोना पर नियंत्रण के लिए टेस्टिंग पर जोर दिया जा रहा है। टोपे ने कहा की जनसामान्य को केंद्र में रखकर राज्य सरकार ने बार-बार कोरोना की जांच की दर कम कर मरीजों को राहत दी है।
प्रति 10 लाख जनसंख्या के पीछे 70 हजार टेस्ट किए जा रहे हैं। हालांकि इसे और बढ़ाने के प्रयास किए जा रहे हैं, जिससे कि कोरोना महामारी पर अधिकाधिक नियंत्रण पाया जा सके। टोपे ने कहा कि राज्य में सुधारित दर के अनुसार मरीजों से पैसे लिए जाएं। इसके लिए जिलाधिकारी, महानगरपालिका आयुक्त को सचेत किया गया है।
पिछले 24 घंटों मिले सिर्फ 3,645 मरीज
महाराष्ट्र से राहत की खबर सामने आयी है, बीते 24 घंटों में यहां कोरोना के नए मामलों में काफी कमी दर्ज की गई है। सोमवार को राज्य में कोरोना संक्रमण के 3,645 नए मामले सामने आए जिसके बाद राज्य में कुल संक्रमित मरीजों का आंकड़ा बढ़कर 16,48,665 तक पहुंच चुका है। सोमवार को 84 संक्रमितों की मौत दर्ज की गई है। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार राज्य में अब तक इस महामारी के कारण 43,344 की मौत हो चुकी हैं जबकि 1,34,137 मरीज सक्रिय बताये गए हैं। 14,70,660 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं।