उत्तराखंड में 2022 की वन आरक्षी भर्ती से चयनित 162 अभ्यर्थी नियुक्ति पत्र की प्रतीक्षा में हताश हैं। प्रतीक्षा सूची से चयनित होने के बाद भी पांच महीने से अधिक समय बीत चुका है, लेकिन उन्हें अब तक नियुक्ति पत्र नहीं मिला है। इससे अभ्यर्थी मानसिक तनाव और अनिश्चितता का सामना कर रहे हैं। अब उन्होंने वन मुख्यालय में धरना देने की चेतावनी दी है।
देहरादून प्रेस क्लब में शुक्रवार को आयोजित पत्रकार वार्ता में चयनित अभ्यर्थियों ने कहा कि यूकेपीएससी ने परीक्षा, शारीरिक दक्षता परीक्षण और दस्तावेज सत्यापन के बाद भी उन्हें नियुक्ति नहीं दी। अभ्यर्थियों ने इसे अन्याय करार देते हुए कहा कि सरकार ने मामले को वन विभाग के पाले में डाल दिया है और विभाग नियुक्ति प्रक्रिया में लगातार देरी कर रहा है। चयनित अभ्यर्थियों का कहना है कि यदि उनकी मांगें पूरी नहीं की गईं तो आंदोलन तेज होगा। उन्होंने सरकार से अपील की है कि नियुक्ति प्रक्रिया को शीघ्र पूरा किया जाए, ताकि युवा अपना भविष्य सुरक्षित कर सकें।
परीक्षा से लेकर चयन तक का सफर वन आरक्षी भर्ती 2022 का पेपर 9 अप्रैल 2023 को आयोजित किया गया था। इसके बाद उत्तराखंड लोक सेवा आयोग (यूकेपीएससी) ने 15 जनवरी 2024 को अंतिम परिणाम घोषित किया। प्रतीक्षा सूची से चयन के लिए मार्च 2024 में शारीरिक दक्षता परीक्षा और अप्रैल 2024 में अभिलेख सत्यापन प्रक्रिया पूरी की गई। 14 जून 2024 को वन विभाग ने 162 पदों की मांग की और प्रतीक्षा सूची से अंतिम चयन परिणाम 19 जुलाई 2024 को जारी कर दिया गया। पांच महीने बाद भी नियुक्ति नहींअंतिम चयन सूची में नाम होने के बावजूद, अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र नहीं दिया गया। इस देरी ने कई अभ्यर्थियों को ओवरएज होने के खतरे में डाल दिया है।
चयनित युवाओं का कहना है कि वे अनिश्चितता और मानसिक तनाव में हैं। धरने की चेतावनी और सरकार से अपील अभ्यर्थियों ने सरकार और वन विभाग पर नियुक्ति प्रक्रिया में अनावश्यक विलंब का आरोप लगाया है। उन्होंने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से अपील की है कि इस मामले में हस्तक्षेप कर जल्द से जल्द नियुक्ति प्रक्रिया पूरी कराई जाए। चयनित अभ्यर्थियों ने चेतावनी दी है कि यदि नियुक्ति पत्र जल्द जारी नहीं किए गए तो वे वन मुख्यालय में धरना देने और आंदोलन करने को मजबूर होंगे।