
भास्कर समाचार सेवा
अलीगढ़। पूर्व विधायक संजीव राजा ने 38 साल की राजनीति में प्रदेश संगठन मंत्री से शहर विधायक का पूरा किया सफऱ
भाजपा के पूर्व विधायक 62 वर्षीय संजीव राजा का शनिवार तड़के असमय निधन हो गया, वह बीते काफी दिनों से बीमार चल रहे थे। बारहद्वारी स्थित निवास पर उन्होंने आखिरी सांस ली। शनिवार सुबह पूर्व विधायक के निधन की खबर मिलते ही पार्टी में शोक की लहर दौड़ गई। तमाम जनप्रतिनिधि, पार्टी पदाधिकारी, कार्यकर्ता व अन्य लोग आवास पर पहुंच गए। पार्टी पदाधिकारी व शहर विधायक की तबियत पिछले काफी समय से खराब चल रही थी। शनिवार को दिल्ली एम्स में चैकअप कराने भी जाना था लेकिन ईश्वर को कुछ और ही मंजूर था। तड़के करीब तीन बजे ब्रेन हेमरेज हो जाने से उनका आकस्मिक निधन हो गया। पूर्व विधायक ने 1984 से अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से छात्र राजनीति की शुरूआत की थी। जिसके बाद वह भाजपा युवा मोर्चा के महामंत्री बने। राम मंदिर आंदोलन के दौर में सक्रिय भूमिका निभाते हुए वह भाजपा में एक चर्चित चेहरा बनकर उभरे थे। जिसके बाद महानगर अध्यक्ष सहित संगठन के विभिन्न पदों पर रहे। हालांकि उस दौर में केन्द्र व प्रदेश में भाजपा की सरकार होने के बावजूद भी वह सत्ता में शामिल नहीं हो सके थे। एक बार विधानसभा चुनाव हारने के बाद पहली बार 2017 में वह शहर विधानसभा सीट से विधायक बने थे। पांच साल तक विधायक रहने के बाद एक बार फिर वह समय आया जब एमपी-एमएल कोर्ट ने नवंबर -2021 को उनको 22 साल पुराने मुकदमे में दो साल की सजा सुनाई। इसी दौरान विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा द्वारा प्रत्याशियों की घोषणा की जानी थी और संजीव राजा के नाम की घोषणा ने कोर्ट द्वारा सुनाई गई सजा ने अड़ंगा लगा दिया था। तमाम दावेदारों के नामों को लेकर चर्चाएं चल रहीं थी। इसी बीच पार्टी ने संजीव राजा पर ही भरोसा जताते हुए उनकी पत्नी मुक्ता राजा को प्रत्याशी बनाया था। जिसके बाद चुनाव में मुक्ता ने शहर विधानसभा सीट से जीत दर्ज कराई थी। परिवार में पत्नी व एक बेटा है।
वैश्य राजनीति में था पश्चिमी यूपी में नाम : पूर्व विधायक संजीव राजा वैश्य समाज से आते थे। 2017 में चुनाव जीतने के बाद पश्चिमी यूपी की वैश्य राजनीति में उन्होंने अपना एक अलग स्थान बनाया था। इससे पूर्व खासतौर से अलीगढ़ में होने वाले दंगों के दौरान पुलिस-प्रशासन के निशाने पर रहते थे। उनके खिलाफ एक दर्जन से अधिक मुकदमे दर्ज थे। पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह के साथ भी वह राजनीति में सक्रिय भूमिका निभा चुके थे। तो वहीं अध्यक्ष जिला प्रदर्शनी /जिलाधिकारी के निर्देशों के क्रम में निवर्तमान शहर विधायक संजीव राजा के अकस्मात निधन के प्रति शोक व्यक्त करते हुए आज नुमाइश में कोहिनूर मंच पर होने वाले क्रेजी हूपर्स कार्यक्रम को निरस्त कर दिया गया।














