उत्तराखंड पूर्व मुख्यमंत्री ने रूस-यूक्रेन विवाद पर पीएम मोदी को घेरा, कही ये बात

यूपी विधानसभा चुनाव 2022 के तहत कांग्रेस प्रत्याशियों के समर्थन को शुक्रवार को बनारस पहुंचे उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने रूस-यूक्रेन विवाद पर कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अपनी स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए। उन्हें जनता को बताना चाहिए कि इस अति संवेदनशील मसले पर सरकार क्या कदम उठा रही है। भारत वासियों की वापसी को लेकर भी रावत का कहना रहा कि केंद्र सरकार ने इस मसले पर काफी ढिलाई बरती है। ये मसला इतने दिनों से चल रहा है तो अपने नागरिकों की वापसी पर जल्द से जल्द कार्रवाई शुरू कर देनी चाहिए थी। हम इस मुद्दे पर सरकार की आलोचना करते हैं। वैसे मेरा मानना है कि इन सभी मसलों पर सरकार को आगे आ कर सभी दलों से संग बैठक कर रायमशविरा करना चाहिए।

महंगाई को भी थोप देंगे रूस-यूक्रेन विवाद पर

रावत ने कहा कि रूस-यूक्रेन विवाद से अर्थव्यव्था पर पड़ने वाले प्रभाव से निबटने की क्या योजना है ये भी प्रधानमंत्री और केद्र सरकार को अपनी स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए। वैसे केंद्र सरकार के पास अर्थ संकट से निबटने को कोई योजना नहीं है। ऐेसे में अब सरकार रूस-यूक्रेन विवाद को महंगाई से भी जोड़ सकती है। वैसे भी ये सब जानते हैं कि जब-जब भाजपा आई है, कमरतोड़ महंगाई लाई है। इनके पास कोई रणनीति नहीं। कांग्रेस नेता ने कहा कि हम तो ये उम्मीद करते हैं कि जल्द ही कोई ऐसा रास्ता निकलेगा कि रूस और यूक्रेन के बीच शांति का मार्ग प्रशस्त करेगा। रास्ता निकले और दोनों देशों के साथ ही समूची दुनिया किस अनहोनी से बच सके। दोनो ही भारत के मित्र राष्ट्र हैं।

कमरतोड़ महंगाई से जनता त्रस्त
अर्थव्यवस्था बेटरी हो चुकी है । मोदी सरकार ने आम जनता पर गैरवाजिब टैक्स थोपकर जनता को कमरतोड़ मंहगाई की मार से त्रस्त कर दिया है । घरेलू गैस, डीज़ल – पेट्रोल, बिजली तथा खाने पीने की चीजों के दामो में बेतहाशा बृद्धि, खाद्यान्न तेलों के दामो का दोगुने से भी ज्यादे की बृद्धि ने उत्तर प्रदेश की जनता को त्रस्त कर दिया है । इन सारी परिस्थितियों ने आज जनता को कांग्रेस के साथ आने को मजबूर कर दिया है क्योंकि आज जनता को सिर्फ कांग्रेस पर ही भरोसा है।

रावत ने कहा कांग्रेस अपनी मेहनत के बल पर उत्तर प्रदेश में करेगी सत्ता में वापसी
हरीश रावत ने कहा कि प्रियंका गांधी के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश कांग्रेस ने बेहद बेहतरीन और शानदार काम किया है। पिछले लगभग चार सालों से जिस तरह से एक मजबूत और सशक्त विपक्ष के रूप में कांग्रेस ने कोरोना महामारी से लगायत महिला असुरक्षा, दलित उत्पीड़न, सीएए व एनआरसी सहित जनता से जुड़े हर तरह के मुद्दों को उठाया व उसे मुखर किया। आज कांग्रेस अपनी मेहनत के बल पर जिस तरह से उत्तर प्रदेश में योगी मोदी के तिलिस्म को ढहाया वह जनता के मन मे एक नई उम्मीद बनकर उभरी है । उत्तर प्रदेश में पिछले तीस वर्षों से सपा, भाजपा और बसपा ने एक नई तरह की राजनीति शुरू की है, जोकि एक दूसरे के पूरक है । ये सभी दल एक ही सिक्के के दो पहलू हैं।

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