हमारे जीवन में काम काज और जिंदगी की गंभीरता के साथ-साथ हमें मौजमस्ती और हंसी-मज़ाक कर लेना चाहिए नहीं तो जीवन एक बोझ की तरह लगने लगता है. हंसना इंसान का स्वभाव है जब खुशी का मौका हो या फिर किसी ने कोई जोक सुनाया हो हंसना तो आ ही जाता है. हंसना, रोना, भावुक या मानवीय संवेदना का प्रतीक है. इसीलिए हम आपके लिए हर दिन कुछ नए और मजेदार जोक्स लेकर आते है जिन्हें पढ़कर आपके भी चेहरे पर एक प्यारी सी मुस्कान आ जाती है. तो फिर देर किस बात की चलिए शुरू करते है हसने हँसाने का सिलसिला.
कमाल के दिन थे वो भी,
मैडम मुर्गा हमे बनाती थी
और
Exam में अंडे खुद देती थी..
एक ऑटो वाले की शादी हो रही थी
जब उसकी दुल्हन फेरों के वक्त उसके पास बैठी तो वह बोला,
थोड़ा पास होकर बैठो, अभी एक और बैठ सकती है
फिर क्या था मण्डप मे ही
दे चप्पल दे चप्पल….
टीचर- एक तरफ पैसा,
दुसरी तरफ अक्कल, क्या चुनोगे ?
विद्यार्थी- पैसा
टीचर:- गलत, मै अक्कल चुनती
विद्यार्थी- आप सही कह रही हो मेडम,
जिसके पास जिस चीज की कमी होती है वो वही चुनता है….
दे थप्पड़ दे थप्पड़
पति अपनी पत्नी को डिस्को लेकर गया. वहां एक आदमी पागलों की तरह नाच रहा था. उस आदमी की पत्नी ने बोला की इसने मुझे 20 साल पहले प्रपोज किया था और मैंने मना कर दिया था. पति: हां शायद आज तक उसी बात का जश्न मना रहा है.
डॉक्टर पप्पू से: आपकी किडनी फेल हो गई है.ये सुनकर पहले तो पप्पू जोर जोर से रोया और फिर डॉक्टर की तरफ देख कर अपनी आंसू पूछते हुए बोला – कितने नंबर से?
एक भूतनी इंसान के वेश में नाई के पास बाल कटवाने गई. भूतनी- मुझे बाल कटवाना है. नाई- जी अभी नहीं हो सकता मैडम, बाद में आना अभी मै बहुत ज्यादा व्यस्त हूं. नाई अचानक से बेहोश हो जाता है. आखिर मैडम ने ऐसा क्या कह दिया? भूतनी- अपनी मुंडी रखकर जा रही हूं, Step Cutting कर देना मै बाद में आकर ले जाऊंगी.
पप्पू- पैंट की सिलाई कितने की है. टेलर-150 रुपए की.. पप्पू- और निक्कर कितने की? टेलर- 50 रुपए जी, पप्पू- चोर तू मेरे लिए निक्कर सिल दे और लंबाई पैरों तक निकालना.
पति- मैं भजन संध्या में जा रहा हूं. पत्नी- चुपचाप दोस्तों के साथ बार जाकर दारू पियो… अनूप जलोटा बनने के चक्कर में ना पड़ो..
पागल के हाथ में किताब देखकर डॉक्टर ने कहा
भाई ये क्या है ?
पागल ने कहा – ये आपको ही दिखाने लाया हूँ। ये 100 पन्नों की किताब मैने लिखी है.
डॉक्टर – वैसे इन 100 पन्नों में तुमने लिखा क्या है
पागल –
पहले पन्ने में लिखा है एक राजा घोडे पर चढ कर जंगल की ओर चला, और अंतिम पन्ने पर लिखा कि वह जंगल पहुंच गया..
डॉक्टर – अच्छा….
बीच के पन्नों पर क्या लिखा…
पागल- तबडक तबडक
तबडक
तबडक
तबडक
तबडक
तबडक
तबडक
तबडक
तबडक
तबडक
तबडक
डॉक्टर –
अरे वाह, लेकिन तुम्हारी ये किताब पढ़ेगा कौन ?
पागल- इंटरनेट पर डाल दूंगा, वहाँ पागलों की कमी थोड़े ही है..
एक तो अभी भी पढ कर हंस रहा है,
और कुछ देर बाद इसके कुछ और दोस्त भी पढेंगे…