
भास्कर समाचार सेवा
थत्यूड़। पहाड़ी गीतों का अपना अलग ही आनंद है। चाहे वे कुमाऊंनी, हिमाचली या जौनसारी ही क्यों न हों। ये गीत जहां लोगों को अपनी भूल चुकी सांस्कृतिक धरोहर से रूबरू कराते हैं, वहीं युवा पीढ़ी को भी अपनी संस्कृति से जोड़े रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
ऐसा ही एक जौनसारी गीत रिलीज हुआ है, जो कि पहले ही दिन से लोगों की जुबां पर चढ़ गया। आप भी यदि इसे सुनेंगे तो झूमे बिना नहीं रह पाएंगे। आशु रावत के गाये इस गीत के बोल हैं ‘गज्जू मेरा दियुरा’ जो कि पूरी तरह से पारंपरिक लोकगीत है।
पहाड़ी म्यूजिक जंक्शन के निर्माता मुरारी गौड़ ने बताया कि इस गीत को उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले के मोरी ब्लॉक के बारी गांव में फिल्माया गया है। बर्फ से ढकी पहाड़ की सुंदर वादियों में फिल्माए गए इस गीत में अभिनेता अतुल घिल्डियाल, अदिति चौहान, कांता प्रसाद और श्रुति रावत मुख्य भूमिका में हैं। गजेंद्री देवी के इस गीत को विमल नेगी हिमाचल ने संगीतबद्ध किया है। साथ ही उन्होंने बताया कि लोगों को यह गीत खूब पसंद आ रहा है और लोगों का भरपूर प्यार हमें मिल रहा है। इस गीत को मात्र 4 दिनों में 40 हजार लोगों ने देखा। लोगों का हमें हमेशा इसी तरह प्यार मिलता रहे, ताकि हम अपनी लोक संस्कृति को खोने से बचा सकें।
पहाड़ी म्यूजिक जंक्शन और उनकी पूरी टीम लगातार अपनी पहाड़ी लोक संस्कृति को प्रदेश और देश स्तर पर आगे बढ़ाने में काम कर रही है।