गोपाल त्रिपाठी
गोरखपुर। कैम्पियरगंज क्षेत्र के एक आश्रम में महिला से ज्यादती के बाद हुई हत्या के मामले में एक सप्ताह बाद भी पुलिस हत्यारों तक नहीं पहुंच पाई है। महिला के पति पर संदेह जताकर पुलिस अभी भी इस नाकामी पर पर्दा डालने की कोशिश में लगी है। इन सब के बीच घटना के छठे दिन रविवार को एसएसपी ने आश्रम पहुंचकर घटनास्थल का निरीक्षण किया। बाद में थाने पहुंचकर मातहतों की क्लास लगाई। उन्होंने लोगों को भरोसा दिया कि किसी के साथ अन्याय नहीं होने पाएगा। घटना का सही खुलासा किया जएगा।
31 दिसंबर की रात हुई घटना के बाद से ही पुलिस महिला के पति को ही संदेह की नजर से देख रही है। घटना के दिन पति को कुछ देर के लिए पुलिस ने हिरासत में भी लिया था, लेकिन बाद में पत्नी का पोस्टमार्टम कराने और अंत्येष्टि करने के लिए उसे छोड़ दिया। दूसरी तरफ आश्रम से जुड़े लोग पति को संदिग्ध मानने को तैयार नहीं हैं। जिन लोगों का आश्रम में अक्सर आना-जाना था, उनके मुताबिक पति-पत्नी के बीच काफी बेहतर रिश्ता था। ऐसे में महिला के साथ हुई ज्यादती में पति का हाथ होने की कोई वजह नहीं नजर आ रही है। आश्रम से जुड़े लोग महिला के पति को पूरी तरह से निर्दोष मान रहे हैं।
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यह थी घटना
सिद्धार्थनगर के शोहरतगढ़ क्षेत्र निवासी एक युवक, कैंपियरगंज कस्बे में दिन में ठेला चलता था और रात में इलाके के ही एक आश्रम में रहकर चैकीदारी करता था। उसके साथ पत्नी व दो बच्चे भी रहते थे। चैकीदार के मुताबिक 31 दिसंबर की रात पति-पत्नी आश्रम में अलाव जलाकर बैठे हुए थे। 12 बजे के आसपास तीन युवक चहारदीवारी पारकर अंदर आ गए। उन्होंने मारपीट कर घायल कर दिया और पत्नी के साथ दुष्कर्म किया। विरोध करने पर उन्होने गला घोंटकर पत्नी की हत्या कर दी। हालांकि पुलिस शुरू से दुष्कर्म की घटना होने से वह इन्कार कर रही है। इस मामले में हत्या का मुकदमा दर्ज हुआ है।