सूरत अग्निकांड के बाद जीडीए का सख्त रुख, वीसी ने दिए जांच के आदेश

गाजियाबाद। गुजरात के सूरत में हुए हादसे के मामले को जिला प्रशासन के साथ गाजियाबाद विकास प्राधिकरण ने भी गंभीरता से लिया है। जीडीए उपाध्यक्ष कंचन वर्मा नेआवासीय और बहुमंजिला इमारतों में प्रदूषणकारी और घातक व्यवसायिक गतिविधियों को तत्काल बंद कराने के आदेश दिए है। वहीं प्राधिकरण के प्रवर्तन दस्ते ने इंदिरापुरम के अहिंसा खंड में एक कौचिंग सेंटर तथा आवासीय परिसर में चल रही शराब की दुकान के साथ मॉल के बेसमेंट में चल रहे बैंकट हाल को सील कर दिया। जीडीए उपाध्यक्ष ने आदेश की प्रति डीएम,नगर आयुक्त को भेजी है।
लेटर में उल्लेख किया गया कि गुजरात के सूरत के व्यवसायिक अपार्टमेंट में आग की बडी दुर्घटना में 20 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई। घटना से जुडे तथ्यों की जानकारी से प्रतीत होता है कि काम्पलैक्स में व्यवसायिक इस्तेमाल के लिए खुले स्थल में एक निकास मार्ग को अवरुद्ध कर दिया गया था,जिस कारण आग लगने पर समुचित वैकल्पिक निकास उपलब्ध न होने से जानमाल की क्षति अपेक्षाकृत अधिक हुई। गाजियाबाद में भी बहुमंजिली रिहायशी एवं व्यवसायिक इमारतों में खुले स्थानों तथा वैकल्पिक निकास मार्गों को अवरुद्ध कर अनाधिकृमत उपयोग की शिकायतें निरंतर प्राप्त होती रहती है।
उक्त के दृष्टिगत अपेक्षा की जाती है कि अपने अपने कार्य क्षेत्र के अंतर्गत मुख्यत: बहुमंजिले रिहायशी तथा व्यवसायिक इमारतों का निरीक्षण करा लें तथा यह सुनिश्चित किया जाए कि इनमें स्वीकृत ले आउट का उल्लंघन कर तथा खुले स्थानों एवं निकास मार्गों को अवरुद्ध कर निर्माण तो नहीं कर लिए गए है। इन इमारतों में स्वीकृत उपयोग से भिन्न विशेष रूप से प्रदूषणकारी एवं घातक व्यवसायिक गतिविधियों को तत्काल बंद कराया जाए।
यहां बता दे कि हिंडनपार के वैशाली, इंदिरापुरम, कौशांबी, राजेंद्र नगर आदि में धडल्ले से कौंचिंग सेंटरों का संचालन हो रहा है। वहीं जीडीए के प्रवर्तन दस्ते ने इंदिरापुरम अहिंसा खंड दो में शांति गोपाल अस्पताल के निकट के आवासीय
भूखंड पर कौचिंग सेंटर तथा भूखंड संख्या 12/1 के पर चल रही शराब की दुकान के साथ बंडर मॉल के बेसमेंट में संचालित बेंकट हॉल को सील कर दिया। कार्रवाई प्रवर्तन प्रभारी आरपी सिंह के नेतृत्व में हुई।