
गाजियाबाद: कौशांबी चौकी प्रभारी भुवन चंद्र शर्मा व एसटीएफ गाजियाबाद की संयुक्त टीम ने फर्जी दस्तावेजों के सहारे करोड़ों रुपये के लोन घोटाले का भंडाफोड़ करते हुए दो शातिर आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
गिरफ्तार किए गए आरोपियों के कब्जे से ₹5.10 लाख नकद, बड़ी मात्रा में फर्जी दस्तावेज, इलेक्ट्रॉनिक उपकरण, बैंक दस्तावेज व मोहरे बरामद की गई हैं।
गिरफ्तार आरोपियों की पहचान
गौरव दुआ 41 वर्ष, पुत्र हरीश दुआ, निवासी ए-10 नेहरू ग्राउंड, फरीदाबाद
देवेश बसोया 29 वर्ष, पुत्र जय सिंह बसोया, निवासी 42, ईस्ट ऑफ कैलाश, लाजपत नगर, दिल्ली
गिरफ्तारी व बरामदगी
दोनों आरोपी केएम ट्रेड टॉवर्स, कौशांबी स्थित बजाज फाइनेंस लिमिटेड सहित कई बैंकों से फर्जी दस्तावेजों के आधार पर लोन स्वीकृत करवा चुके थे।
गिरफ्तारी के दौरान बरामद सामान में शामिल हैं:
₹5,10,000 नकद
08 मोबाइल फोन
63 फर्जी पहचान पत्र
39 एटीएम, डेबिट कार्ड
30 चेकबुक
03 लैपटॉप
07 पेन ड्राइव
06 फर्जी प्रार्थना पत्र
04 अनुबंध पत्र
एक डायरी जिसमें फर्जीवाड़े की योजनाएं दर्ज
फर्जी पेस्लिप, पैन कार्ड, टीडीएस कॉपी
02 कंपनियों की मोहरें
ठगी का तरीका
आरोपियों ने फर्जी कंपनियां रजिस्टर्ड करवाईं और आम नागरिकों को अपने यहां कर्मचारी के रूप में दिखाकर उनका सैलरी अकाउंट तैयार करवाया।
कंपनियों के साथ टाइअप दिखाकर आरोपी यह साबित करते थे कि संबंधित व्यक्ति प्रतिष्ठित पद पर कार्यरत है।
सैलरी का लेन-देन स्वयं करते थे ताकि उनका सिबिल स्कोर सुधर जाए। इसके बाद इन लोगों के नाम पर विभिन्न बैंकों और एनबीएफसी से लोन स्वीकृत करवा लिया जाता था।
लोन की रकम में से मात्र 20 प्रतिशत संबंधित व्यक्ति को दिया जाता, शेष 80 प्रतिशत आरोपी खुद रख लेते थे।
केएम ट्रेड टॉवर्स स्थित बजाज फाइनेंस से भी ₹1.5 करोड़ से अधिक का लोन इसी तरीके से लिया गया है।
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि
यह एक संगठित गिरोह है, जो लंबे समय से इस प्रकार की ठगी को अंजाम दे रहा था।
थाना कौशांबी में संबंधित धाराओं में मामला दर्ज कर आगे की जांच की जा रही है।
अन्य लोगों की संलिप्तता की भी पुष्टि हो रही है।
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