– मनोज कुमार-
गाजियाबाद की सड़कों पर वाहन चालक दिन प्रतिदिन उड़ाते है ट्रैफिक नियमों की धज्जियां ट्रैफिक नियमों की बात करें तो अगर दो पहिया वाहन चालक बिना हेलमेट पाया जाता है तो ट्रैफिक पुलिस दो पहिया वाहन चालक का चालान कर देती है जो कि कानून में सही भी है अगर बात करें ट्रैफिक नियमों की तो गाजियाबाद से लेकर पूरे एनसीआर में ऐसे तमाम वाहन चलते मिलते हैं, जिनके पीछे नंबर प्लेट या शीशे पर गुर्जर, जाट, ब्राह्मण राजपूत आदि जातीय उपनाम लिखे होते हैं। ऐसे वाहन चालक किसी भी अपराधिक घटना को अंजाम देकर आसानी से फरार हो जाते हैं ऐसे वाहन चालकों पर पुलिस अंकुश लगाने में नाकाम नजर आ रही है।

वाहन मालिक जातीय उप नाम लिखवाकर अपनी हनक साबित करना चाहते हैं। सड़क पर चलते वक्त किसी तरह का वाद-विवाद होने पर भी ऐसे वाहन मालिक खुद को लोकल(स्थानीय) और अमुक जाति का बताकर लोगों को दबाव में लाने की कोशिश करते हैं। ऐसी तमाम शिकायतों के बाद यूपी पुलिस ऐसे वाहन चालकों पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं कर रही इन लोगों पर कार्रवाई ना होने के कारण इन लोगों को बढ़ावा मिल जाता है। और ऐसे वाहन चालक किसी भी अपराधिक घटनाओं को अंजाम देकर आसानी से फरार हो जाते हैं, ऐसे वाहन चालक को पकड़ना पुलिस के लिए एक बड़ी चुनौती बनी रहती है। गाजियाबाद एनसीआर मे बढ़ रही लूट, छिनेति व अन्य अप्रिय घटना को अंजाम देने में ऐसे वाहन चालक भी शामिल रहते हैं। कि जिनकी गाड़ियों पर नंबर प्लेट की जगह उनकी जातियां या उपनाम जिस कारण ऐसे वाहन चालकों की पहचान करना मुश्किल बना रहता है, ऐसे वाहन चालक अपनी पहचान बड़ी ही आसानी से छुपा लेते हैं।

एसपी ट्रेफिक श्याम नारायण ने बताया
ऐसे वाहन चालकों पर ट्रैफिक पुलिस व सिविल पुलिस द्वारा कड़ी कार्यवाही की जा रही है। जितने भी ऐसे वाहन चालक गाजियाबाद की सड़कों पर दिखाई दे रहे हैं उनका तत्काल वाहन पर नंबर ना होना किया जाता है