भारत में तरह-तरह के खाने बनते हैं और हर खाने का स्वाद एक दूसरे से काफी अलग होता है। पर किसी भी डिश का स्वाद बढ़ाने के लिए घी जैसा कुछ भी नहीं। शाकाहारी हो या मांसाहारी, किसी भी तरह का खाना पकाने में घी को सबसे अच्छा उपयोग माना जाता है। लेकिन सिर्फ स्वाद बढ़ाने के लिए ही नहीं, घी के और भी कई फायदे हैं। घी सिर्फ खाने का स्वाद ही नहीं बढ़ाता बल्कि स्वास्थ्य को भी बेहतर बनाता है।
कई विशेषज्ञों का मानना है कि सही मात्रा में घी का सेवन शरीर के लिए बहुत फायदेमंद हो सकता है। यहां तक कि प्राचीन आयुर्वेदिक शास्त्रों में भी भोजन के रूप में घी के उपयोग का उल्लेख मिलता है। घी पाचन में सुधार करता है। पेट के रोग को दूर करता है। घी में ओमेगा-3 फैटी एसिड भी होता है जो बुरे कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करने में मदद करता है।
बाजार में दो तरह का घी मिलता है। गाय के दूध से बना घी और भैंस के दूध से बना घी। अब सवाल यह है कि इनमें से कौन सा शरीर के लिए बेहतर है?
भैंस के दूध से बना घी
दूसरी ओर भैंस के दूध से बना घी अपेक्षाकृत सफेद और गहरा होता है। कुछ विशेषज्ञों के अनुसार यह घी पोषण के मामले में गाय के दूध से बने घी से थोड़ा पीछे है। गाय के दूध की तुलना में भैंस के दूध में घी में फैट की मात्रा अधिक होती है।
अलग-अलग लोगों की पोषण संबंधी जरूरतें अलग-अलग होती हैं। साथ ही, व्यक्तिगत पसंद नापसंद की बात भी होती हैं। ऐसे में किसी भी तरह के घी का सेवन करने से पहले न्यूट्रिशनिस्ट या डॉक्टर्स की राय लेना बेहतर होता है।
गाय के दूध से बना घी
गाय के घी में ढेर सारे एंटीबैक्टीरियल, एंटीफंगल और एंटीऑक्सीडेंट वाले गुण होते हैं। इसके अलावा, इसमें प्रोटीन, खनिज, कैल्शियम और विभिन्न विटामिन भी होते हैं। ये तत्व कोशिकाओं को स्वाभाविक तरीके से बढ़ने में मदद करते हैं और स्वास्थ्य को बनाए रखने में बहुत उपयोगी होते हैं।
साथ ही इसमें फैट की मात्रा अपेक्षाकृत कम होती है। फलस्वरूप अधिक वजन वाले लोगों के लिए गाय के दूध का घी अधिक उपयुक्त होता है। साथ ही यह घी शरीर में कोलेस्ट्रॉल के स्तर को नियंत्रित करने में भी मदद करता है। गाय के घी का रंग हल्का पीला होता है।
बहुत ही कम समय में लोकप्रिय पतंजलि घी
बाजार में घी के विभिन्न ब्रांडों में पतंजलि ने बहुत ही कम समय में लोकप्रियता हासिल की है। यह ब्रांड गाय के दूध से बना घी ही बनाता है। बहुत कम समय में इसकी लोकप्रियता का कारण यह है के यह घी सेवन करने से ना केवल सेहत बनती है बल्कि इसके द्वारा खाना बनाने से उस खाने का स्वाद और खुशबु कई गुना बढ़ जाती है।
यह घी बच्चों में बुद्धि और याददाश्त बढ़ाने में भी मदद करता है। इसके अलावा इस घी का नियमित सेवन पाचन में भी सुधार करता है। और यही कारण है पतंजलि का घी ना सिर्फ गरमा गरम रोटी या चावल में साथ परोसा जाता है बल्कि हर तरह के भारतीय खाने में डाली जाने वाली सबसे पसंदीदा उपयोग बन चुका है ।