आज के दौर में केवल लड़की ही नहीं करती बल्कि एक लड़का भी अपने मंद्पसंद दुल्हन ही इच्छा रखता है, जो उसका हर जगह साथ दे सभी दुख दर्द में उसका साथ निभाए। जो सक्से जायदा प्यारे करे. हिन्दू धर्म में महिलाओं को देवी क दर्जा दिया जाता हैं। मान्यता हैं उस घर में हमेशा दरिद्रता रहती हैं जहाँ महिलाओ का सम्मान नही किया जाता है। आज हम आपको भगवान की सबसे खुबसुरत रचनाओं में से एक स्त्री की शारीरिक रचना के बारे में बतायेगे, जिसके बारे में आपको शायद ही पता होगा। स्त्री के शरीर के कुछ ऐसे अंग होते हैं जिनके बड़ा होना उस स्त्री के लिए भाग्य का प्रतीक हैं और ऐसी स्त्री दरिद्रता में नही रहती हैं। आइये जानते है कैसी स्त्रियां होती है लक्ष्मी स्वरूप….
जिनके पैरो में कमल और चक्र शंख होते हैं :
जिस स्त्री के गालो में पड़ते है डिम्पल :
जिन स्त्रियो के गालो में गड्ढे या डिम्पल पड़ते हैं ऐसी स्त्री आकर्षक के अलावा बड़ी भाग्यवान भी होती हैं| ऐसी स्त्री बुद्धिमान और अपने विवेक से चलने वाली होती हैं|
दाए गल पर तिल वाली स्त्री :
जिन स्त्रियो के दाएं गाल पर काला तिल होता हैं ऐसी स्त्री को शास्त्रों में अमीर, चरित्र की अच्छी और ऐश्वर्य और वैभव प्राप्त करने वाली बताया गया हैं| ऐसी स्त्रियां जहाँ हर हर भौतिक सुविधाओ से लैस होती हैं वही इनका खुद पर बड़ा जबर्दस्त नियंत्रण भी होता हैं |
जिसकी आँखे हिरणी के जैसी हो :
हमारे शास्त्रों में मृगनयनी स्त्री के बारे में कहा गया हैं की जिन स्त्रियो की आँखों के सफेद भाग के आखिर में लालिमा पाई जाती हैं वह बड़ी भाग्यवान और हर सुख का आनंद उठाने वाली होती हैं| ऐसी स्त्री जिस घर में भी रहती हैं वहां साक्षात् लक्ष्मी विराजमान रहती हैं|
जिस स्त्री की जीभ लाल होती हैं :
शास्त्रों में जिस महिला की जीभ लाल और कोमल होती हैं उसके बारे में बताया गया हैं की ऐसी महिलाएं ना केवल खुद सुख का अनुभव करती है बल्कि उनके परिवार में भी हमेशा ख़ुशी रहती हैं|
जिस स्त्री के नाग के अगले हिस्से पर तिल होता हैं :
जिस स्त्री के नाक के अगले हिस्से पर तिल होता हैं ऐसी स्त्री के बारे में शस्त्र कहते हैं की वह कभी दरिद्र नही रहती और सभी सुख सुविधाओं से भरा जीवन वय्तित करती हैं।