गोवा के मुख्यमंत्री एवं पूर्व रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर का सोमवार की शाम पांच बजे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा। इससे पहले उनका पार्थिव शरीर सुबह साढ़े नौ बजे पणजी में भाजपा के मुख्य कार्यालय जाया जाएगा, जहां भाजपा नेता उन्हेंश्रद्धांजलि देंगे।
गोवा की आम जनता द्वारा उन्हें कला अकादमी में श्रद्धांजलि अर्पित करेगी। यहीं से शाम चार बजे मनोहर पर्रिकर की अंतिम यात्रा शुरू हाेगी और शाम पांच बजे एसएजी ग्राउंड कैंपल में उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा। मुख्यमंत्री पर्रिकर के निधन के बाद गोवा में सात दिन (18 से 24 मार्च) के लिए राजकीय शोक घोषित किया गया है। इस दौरान पूरे गोवा में राष्ट्रीय ध्वज झुका रहेगा। गोवा में सभी स्कूल-कॉलेज बंद रहेंगे।
उल्लेखनीय है कि रविवार को मनोहर पर्रिकर का निधन हो गया था। वे 63 वर्ष के थे। पर्रिकर लंबे समय से बीमार थे और अग्नाशय कैंसर की अंतिम अवस्था से जूझ रहे थे। राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री सहित पक्ष-विपक्ष के नेताओं ने पर्रिकर को श्रद्धांजलि अर्पित की है। पर्रिकर के निधन पर राजनीति, सिनेमा, खेल और कला जगत से जुड़ी हस्तियों ने गहरा दु:ख जताया है। उनके निधन से देश शोक में डूब गया है। मनोहर पर्रिकर सियासत में सादगी की जीती-जागती मिसाल थे। गोवा में सात दिन के लिए राजकीय शोक घोषित किया गया है। इस दौरान पूरे गोवा में राष्ट्रीय ध्वज झुका रहेगा। गोवा में सभी स्कूल-कालेज बंद रहेंगे।
इस बीच बताते चले गोवा में मनोहर परिकर के निधन के बाद राजनीतिक संकट शुरू हो गया है। अभी नई सरकार बनने में समय है। वहीं भाजपा जहां अपनी सरकार बचाने में जुटी हुई है वहीं कांग्रेस ने 48 घंटों के अंदर दूसरी बार राज्यपाल को पत्र लिखकर सरकार बनाने का दावा पेश किया है। देर रात केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी राज्य पहुंचे और विधायकों के साथ बैठक की। भाजपा नेता विश्वजीत राणे और एमजीपी नेता सुदीन धवलीकर बैठक में शामिल हुए। ऐसी खबर है कि इन्होंने मुख्यमंत्री बनने की इच्छा जताई है। तीसरे उम्मीदवार प्रमोद सावंत बैठक में मौजूद नहीं थे। हालांकि, गोवा विधानसभा के स्पीकर प्रमोद सावंत मुख्यमंत्री बनाए जाने की दौड़ में सबसे आगे नजर आ रहे हैं। धवलीकर ने कहा कि नेतृत्व के मुद्दे पर दोपहर तीन बजे तक तस्वीर साफ होने की उम्मीद है।