मातारानी के दिन यानि नवरात्रि शुरू हो गयी है. इस दौरान भक्त मातारानी के नौ स्वरूपों की पूजा अर्चना करते हैं और उन्हें खुश करने के लिए व्रत भी रखते हैं. व्रत रखने वालों में एक खास नाम भी है और वो हैं देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी. जी हां, मोदी चैत्र और शारदीय नवरात्र का व्रत रखना कभी नहीं भूलते हैं. जहां कई लोग प्रतिपदा और नवमी को ही व्रत रखते हैं वहीं पीएम मोदी पूरे नौ दिन कड़ाई से इस व्रत का पालन करते हैं.
नवरात्रि व्रत के दौरान वे थोड़े बहुत फ्रूट्स, पानी और नींबू पानी ही लेते हैं. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, मोदी के उपवास का नियम पिछले 40 सालों से टूटा नहीं. सख्त रूटीन और अनुशासन ही 68 साल की उम्र में उन्हें फिट बनाए हुए है.
ओबामा भी कर चुके हैं तारीफ
मोदी के व्रत का राज 2014 में लोगों का पता चला था. जब सितंबर माह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अमेरिका दौरे पर गए हुए थे. उन दिनों नवरात्र चल रहे थे और वह उपवास पर थे. अमेरिका के तत्कालीन राष्ट्रपति बराक ओबामा ने व्हाइट हाउस में नरेंद्र मोदी के सम्मान में शानदार दावत रखी थी, लेकिन उस वक्त भी प्रधानमंत्री ने केवल नींबू पानी पीते हुए अपने उपवास के नियमों का पालन किया था. अमेरिकी राष्ट्रपति ओबामा को जब उनके इस कठोर उपवास का पता चला तो वह दंग रह गए थे. इस खबर को राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय मीडिया ने सुर्खियों में रखा था.
2001 से कर रहे हैं शस्त्र पूजन
व्रत के दौरान मोदी जी समय निकालकर पूजा-पाठ भी करते हैं. शारदीय नवरात्र में नवमी के दिन व्रत खत्म होने के बाद अगले दिन विजयदशमी के मौके पर वह हिंदू मान्यताओं के अनुसार शस्त्र पूजन भी करते हैं. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार गुजरात के मुख्यमंत्री रहते हुए नरेंद्र मोदी वर्ष 2001 से 2014 तक हर विजयदशमी पर अपने सुरक्षाकर्मियों संग बैठकर शस्त्र पूजा किया करते थे.
पूरे साल ऐसा रहता है रुटीन
चाहे पीएम मोदी रात में कितनी देर से क्यों न सोएं, सुबह 5 बजे उठ जाते हैं. एक घंटे योगासन करके खुद को फ्रेश रखते हैं. उन्हें शाकाहारी भोजन काफी पसंद है. गुजराती भाकरी और दाल खिचड़ी उनकी फेवरेट लिस्ट में है. वे हमेशा हल्का-फुल्का खाना पसंद करते हैं जैसे पोहा, इडली या डोसा.
भाषण के दौरान पीते हैं ऐसा पानी
पीएम मोदी दिन के भोजन में चावल, दाल, सब्जी और दही शामिल करते हैं. भाषण के दौरान वे हमेशा तेज आवाज और जोशीले दिखते हैं. इसके लिए वे अपने गले का विशेष ध्यान रखते हैं. गला ठीक रहे इसलिए वे हमेशा गुनगुना पानी पीते हैं.