गोंडा। शनिवार को लगातार अधिवक्ताओं ने दीवानी गेट नम्बर दो पर जमकर घरना प्रदर्शन किया। पूरी कचेहरी अधिवक्ताओं के कलमबंद हड़ताल के चलते पूरी तरह दूसरे दिन भी लगातार ठप रही। अधिवक्ताओं के धरना प्रदर्शन में वादकारियों की भी उपस्थिति अच्छी संख्या में रही। सुबह दस बजे से ही अधिवक्ता दीवानी गेट संख्या दो पर मंच लगाकर मानक के विपरीत ग्राम न्यायालय स्थापना का विरोध करते हुए भाषण देते हुए मांग किया कि ग्राम न्यायालय स्थापना के सम्बन्ध में अधिवक्ताओं द्वारा माननीय उच्च न्यायालय में याचिका लम्बित है।
इस दौरान ग्राम न्यायालय की स्थापना रोक दिया जाये।गौरतलब हो कि ग्राम न्यायालय स्थापना का विरोध अधिवक्ता पिछले एक दशक से संघर्षरत है। इसके वावजूद ग्राम न्यायालय की स्थापना हो रही है। जिसे अधिवक्ता मानक के विपरीत वताते हुए विरोध करते चले आ रहे है। वार एसोसिएशन सभागार में अधिवक्ताओं संयक्त वार की बैठक में निर्णय लिया गया था।
कि मानक के विपरीत ग्राम न्यायालय स्थापना के विरोध में आगामी सोमवार तक निरंतर दीवानी गेट संख्या दो पर धरना प्रदर्शन करते हुए अधिवक्ता पूर्ण रूप से न्यायिक कार्य से विरत रहेंगे, जिसके क्रम में सैकड़ों अधिवक्ताओं ने दीवानी न्यायालय के गेट संख्या दो पर धरना प्रदर्शन दोपहर दो बजे तक करते रहे। इस दौरान कलम बंद हड़ताल के कारण और बार एसोसिएशन की निगरानी समिति की मश्तैदी से कचेहरी में एक भी न्यायिक कार्य नहीं उपनिबंधक कार्यालय में बैनामा की प्रक्रिया पूरी तरह से ठप रही। इसके साथ ही नॉटरी सम्बंधी कार्य भी नहीं हुए। धरना प्रदर्शन जवरदस्त शांति पूर्ण तरीके से रहा।
धरना प्रदर्शन का नेतृत्व बार एसोसिएशन के अध्यक्ष राजेन्द्र प्रसाद त्रिपाठी ने किया तथा संचालन महामंत्री चंद्र मणि त्रिपाठी ने किया। सैकड़ों अधिवक्ताओं के साथ सिविल बार एसोसिएशन के अध्यक्ष संगम लाल द्विवेदी, महामंत्री दिनेश नारायण पाण्डेय, ने भी सभा का संचालन किया। इस धरना प्रदर्शन में मनोज कुमार मिश्रा, विजय प्रकाश त्रिपाठी, पूर्व मंत्री जगन्नाथ प्रसाद शुक्ला, विजय प्रकाश त्रिपाठी, विनय मिश्र, अनिल कमार सिंह, सुनील कुमार पाण्डेय, संजय कमार सिंह, राम बुझारत द्विवेदी, डी पी ओझा, इन्द प्रकाश तिवारी, विन्देश्वरी प्रसाद दूबे, माधवराज मिश्रा, के के पांडे, नंदगोपाल शुक्ला, रमेश चौबे, अशोक तिवारी, संतोष ओझा, शशिकांत शुक्ला, मोहित तिवारी, कृष्णानंद मिश्रा सहित सैकड़ों की संख्या में अधिवक्ता मौजूद रहे।