गोंडा। उत्तर प्रदेश मिनिस्ट्रियल कलेक्ट्रेट कर्मचारी संघ के प्रान्तीय नेतृत्व के आह्वाहन पर कलेक्ट्रेट परिसर में कलेक्ट्रेट व तहसीलों में कार्यरत लिपिक संवर्ग के कर्मचारियों ने एक दिवसीय धरना देकर 22 सूत्रीय ज्ञापन डीएम को सौंपा।
जिलाध्यक्ष मनमोहन कुमार अरोरा व संदीप कुमार तिवारी जिलामंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि 22 सूत्रीय मांगों में से प्रमुख मांगे जैसे कलेक्ट्रेट कार्यालय को विशेष प्रतिष्ठा प्रदान करते हुए कार्मिकों का वेतन उच्चीकृत करने, कलेक्ट्रेट लिपिक सवर्ग सेवा नियमावली 2011 पूर्वचत लागू करने, लेखा का कार्य संपादित करने वाले पटल सहायकों को लेखा संवर्ग का वेतनमान दिये जाने,
नवसृजित जनपदों में वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी एवं नवसृजित तहसीलों में प्रशासनिक अधिकारी का पद सृजित किये जाने, भूलेख लिपिक का पद पूर्व की भांति कलेक्ट्रेट में वापस किये जाने, सामयिक सहायक वासिल वाकी नवीसों को रिक्त पदों के सापेक्ष एक मुश्त शत.प्रतिशत समायोजित किये जाने आदि प्रकरणों में विभागाध्यक्ष, अध्यक्ष राजस्व परिषद की संस्तुति हो जाने के उपरान्त भी अभी तक शासनादेश निर्गत न करने से कर्मचारियों में काफी कुण्ठा व्याप्त है,
जिससे उनकी आर्थिक व मानसिक क्षति हो रही है। इसके अतिरिक्त कलेक्ट्रेट को मिनी सचिवालय घोषित किये जाने, लिपिक संवर्ग कर्मचारियों को नायब तहसीलदार के पदों पर पदो धरने को संबोधित करते हुए जिलाध्यक्ष मनमोहन कुमार अरोरा व संदीप कुमार तिवारी जिलामंत्री ने स्पष्ट रूप से कहा कि यदि 17 सितंबर तक मांगो का सम्मानजनक निस्तारण नहीं होता है तो 18 सितंबर 2024 को गांधी प्रतिमा, हजरतगंज लखनऊ में पूरे प्रदेश के कर्मचारी धरना प्रदर्शन करेंगे।
धरने में संचालक रितेश कुमार मिश्र, मुख्य सचेतक मुकेश कुमार सिंह, वरिष्ठ उपाध्यक्ष प्रदीप कुमार श्रीवास्तव, कनिष्ठ उपाध्यक्ष, राजेश कुमार पाण्डेय, संयुक्त मंत्री राकेश कुमार पाण्डेय, संगठन मंत्री, ओमहरि कृष्ण यादव, कोषाध्यक्ष, अजय कुमार दूबे, अनिल कुमार पाठक, अनुराग कुमार, विरेन्द्र कुमार, ऋषि कुमार चौधरी, विरेन्द्रर कुमार तिवारी, , कामेक्षा नरायन श्रीवास्तव, अंजनी श्रीवास्तव, राजेश कुमार श्रीवास्तव, एकता श्रीवास्तव, पूजा मिश्रा, लवकुश पाण्डेय, राम जनम, प्रशान्त कुमार, दयानन्द मिश्रा, धर्मेन्द्र कुमार, राकेश चन्द्र श्रीवास्तव सहित अन्य कर्मचारी उपस्थित रहे।