तरबगंज, गोंडा। सोमवार को दो सूत्रीय मांग पत्र को लेकर किसान क्रांति यूनियन और संयुक्त किसान मोर्चा के तत्वाधान में तहसील मुख्यालय पर अनिश्चितकालीन धरना शुरू हो गया। लंबे अरसे बाद तरबगंज तहसील मुख्यालय पर भारी भीड़ जमा थी। हालांकि धरने को प्रशासन द्वारा परमिशन नहीं दिया गया था। फिर भी एसडीएम ने किसानों के साथ धरना स्थगित करने को लेकर मंच पर जाकर सौहार्दपूर्ण वातावरण में वार्ता किया। किसानों ने प्रशासन का सम्मान करते हुए शांतिपूर्वक धरने को तब तक चलाने की बात कही है जब तक उनकी मांगे पूरी नहीं हो जाती।
मांगे पूरी नहीं होने तक जारी रहेगा धरना
किसान क्रांति यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र श्रीवास्तव ने धरने को संबोधित करते हुए कहा कि किसान कम पढ़ा लिखा जरूर है लेकिन अधिकारियों से लेकर भिखारियों तक का पेट भरता है। किसानों की फसल मवेशी चट कर रहे हैं। बीते एक वर्ष से अधिक समय से जिलाधिकारी से लेकर खंड विकास अधिकारी तक कहीं बार ज्ञापन दिया जा चुका है। लेकिन आश्वासन ही हाथ लगता है।
तरबगंज के खंड विकास अधिकारी बेलगाम है। मुख्यमंत्री के आदेशों को धता बताकर गौ आश्रय केंद्रों पर व्यवस्था शून्य है। ऐसे में बीते 13 फरवरी को किसान आक्रोशित होकर पशुओं को लेकर तहसील मुख्यालय पहुंच गए थे। जिस पर अपनी कमी छुपाने के लिए मनकापुर एसडीएम आकाश सिंह जो पूर्व में तरबगंज के खंड विकास अधिकारी रहे हैं ने दबाव बनवा कर किसानों पर फर्जी मुकदमा पंजीकृत करवा दिया।
मनकापुर के एसडीएम ने तरबगंज में मनरेगा में व्यापक भ्रष्टाचार किया है। गौशालाओं का समय बद्ध तरीके से निर्माण नहीं करा सके। जब किसान आवाज उठा रहे हैं तो उन पर मुकदमे दर्ज कराए जा रहे हैं। पूर्व जिला पंचायत सदस्य नान बच्चा पांडेय जनता की आवाज पर तहसील मुख्यालय पहुंचे थे उन पर भी मुकदमा दर्ज करा दिया गया। जबकि उन्होंने प्रशासन और किसानों के बीच वार्ता करा कर गतिरोध खत्म कराने का काम किया था। किसान नेता केटी तिवारी ने कहा कि जनता सब जानती है।
अधिकारी प्रशासन को गुमराह करना बंद करें। तरबगंज में भ्रष्टाचार की कड़ियां लगातार बढ़ती जा रही हैं। मुकदमों में फाइनल और नाम घटाने के नाम पर बोली लगाई जा रही है। किसान परेशान हैं। सरकारी दावे बड़े.बड़े हैं। लेकिन धरातल पर सब कुछ नहीं दिख रहा है। ऐसे में किसानों की जायज मांग सुनी जानी चाहिए। किसान क्रांति यूनियन के बलरामपुर जिला अध्यक्ष खलील शाह ने कहा कि इटाई मैदा चीनी मिल में गन्ना किसानों के बकाया मूल्य की लड़ाई लड़ी गई है। तरबगंज की धरती पर पूरे प्रदेश का किसान फर्जी मुकदमे के विरोध में लड़ेगा। संगठन के महासचिव भानु प्रताप मिश्रा सत्येंद्र दुबे राकेश तिवारी हरिशंकर पांडे सुरेंद्र सिंह कृष्ण देव मिश्रा ने भी सभा को संबोधित करते हुए सम्मानजनक समझौता होने तक किसान आंदोलन जारी रखने का आह्वान किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता जिला अध्यक्ष गोंडा बब्बू तिवारी ने किया।
गोंडा किसानों के आंदोलन को देखते हुए तरबगंज तहसील मुख्यालय छावनी में तब्दील रहा। भारी संख्या में पुलिस बल मौजूद रहा। वहीं क्षेत्र में तहसील मुख्यालय पर इकट्ठा होने वाले किसानों को मुकदमा दर्ज होने तथा बड़ी कार्रवाई होने की आशंका भी बनी रही। हालांकि प्रशासन ने सूझबूझ से काम लिया एसडीएम शत्रुघ्न पाठक थानाध्यक्ष मनोज पाठक तथा तरबगंज थाने के एसआई केदार राम पूरा समय किसानों को समझाते रहे। एसडीएम ने खुलेमंच पर जाकर किसानों से वार्ता किया। उनकी समस्या के समाधान का आश्वासन भी दिया। लेकिन किसान मुकदमा वापसी पर आने रहे। जिस पर एसडीएम ने असमर्थता जताई। फिलहाल लंबे अरसे बाद तरबगंज तहसील मुख्यालय पर धरना प्रदर्शन की शुरुआत हुई है। जिसे लेकर क्षेत्र में तरह.तरह की चर्चाएं हैं।