गौरा चौकी,गोंडा। बभनजोत क्षेत्र के ग्राम पंचायत पिपरा अदाई में शनिवार को जंगली फल जेट्रोफा को खाने से चार बच्चे बीमार हो गए जिनको सीएचसी बभनजोत में भर्ती कराया गया। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बुककनपुर पर मौजूद डॉक्टर ने बताया कि सभी बच्चों का इलाज किया जा रहा है और सभी बच्चे खतरे से बाहर हैं।
ग्राम पंचायत पिपरा अदाई मे शनिवार को चार बच्चों के जंगली फल जेट्रोफा खाने से बभनजोत सीएचसी केंद्र बुककनपुर में भर्ती कराया गया है जिनमें मोहम्मद अदनान पुत्र बरकतउल्ला उम्र 13 वर्ष , अफजल पुत्र कमाल अहमद उम्र 11 वर्ष, अयान खान पुत्र मैंराज मलिक उम्र 11 वर्ष , मोहम्मद रफीक पुत्र अब्दुल जहीर उम्र नौ वर्ष है जिनका सी एच सी केंद्र पर इलाज चल रहा है, इलाज के दौरान अयान ने बताया कि हम लोगों को घर से थोड़ी दूरी पर जेट्रोफा का पौधा उगा है।
वहां रफीक नाम के लड़का बुलाकर ले गया और उसी ने जेट्रोफा का फल तोड़कर खाया और कहा बहुत अच्छा लगता है और हम लोगों को भी खिलाया स किसी बच्चे ने चार पांच फल खाया किसी ने 20.25 खाया और किसी ने 30 तक खा लिया। खाने के उपरांत जब बच्चों को उल्टी दस्त और पेट दर्द होने लगा तो बच्चों ने घर आकर अपने परिजनों को बताया कि परिजनों ने बच्चों की बिगड़ती हालत देखकर आनन फानन मे बभनजोत सामुदायिक केंद्र बुककनपुर ले गए जहां वहां पर मौजूद डॉक्टर अनिल मौर्य द्वारा बच्चों का इलाज किया जा रहा है।
सी एच सी केंद्र पर मौजूद डॉक्टर अनिल मौर्या ने बताया कि जेट्रोफा में एक तरह का टॉक्सिन होता है इससे मसल रिएक्शन होता है छोटे बच्चे अगर यह फल तोड़कर खा ले तो उन्हें उल्टी, पेट दर्द , दस्त व गर्मी लगती है, डॉक्टर ने आगे बताया कि सभी बच्चों का इलाज चल रहा है सभी बच्चे खतरे से बाहर हैं और बच्चों की हालत ठीक होने पर उन्हें अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया जाएगा ।