गोंडा। सोमवार को मेडिकल कालेज के डॉक्टर व स्वास्थ्य कर्मचारी से हड़ताल पर चले गए। पर्चा काउंटर बंद कर दिया गया है इमरजेंसी को छोड़कर अन्य सभी स्वास्थ्य सेवाएं ठप हो गयी हैं। डॉक्टर व कर्मचारी अस्पताल परिसर में धरने पर बैठे हैं। अचानक हुई डाक्टरों की हड़ताल से अस्पताल आने वाले मरीजों को बैरंग वापस लौटना पड़ रहा है।
मुख्य चिकित्सा अधीक्षक स्वशासी राज्य चिकित्सा महाविद्यालय सम्बद्ध बाबू ईश्वर षरण चिकित्सालय के डाक्टरों व कर्मचारियों को पिछले तीन महीने से वेतन नहीं मिला है। संविदा पर कार्यरत स्वास्थ्य कर्मी भी मानदेय से वंचित हैं। डाक्टर व कर्मचारी कई बार वेतन भुगतान की मांग कर चुके हैं लेकिन उनकी मांग नहीं सुनी गयी। वेतन न मिलने से डाक्टरों व कर्मचारियों का गुस्सा फूट पड़ा। स्वास्थ्य कर्मियों ने अचानक हड़ताल शुरू कर दी और परिसर में धरने पर बैठ गए।
अचानक हुई हड़ताल से अस्पताल की स्वास्थ्य सेवाएं ठप हो गयीं। सीएमएस भी डाक्टरों के साथ हड़ताल में शामिल रहे। पर्चा काउंटर बंद कर दिया गया। इस हड़ताल से अस्पताल में इलाज के लिए आने वाले मरीजों को वापस लौटना पड़ रहा है।हड़ताल पर बैठे डाक्टरों कर्मियों का कहना है, जिम्मेदार जान बूझकर वेतन मानदेय का भुगतान नहीं कर रहे हैं। हालांकि मेडिकल कालेज के प्राचार्य धनंजय श्रीकांत कोटास्थाने डाक्टरों को समझाबुझाकर शांत कराया।