परसपुर, गोण्डा। पसका सूकरखेत में पौष पूर्णिमा स्नान को लेकर त्रिमुहानी तट पर लाखों श्रद्धालुओं ने पहुंचकर सरयू संगम में आस्था की डुबकी लगाई। सरयू मईया की जय, वाराह भगवान की जय के गगनभेदी जयकारे से सम्पूर्ण क्षेत्र गुंजायमान हो उठा। शुक्रवार की सुबह कल्पवास कर रहे साधु संतों ने सबसे पहले शाही स्नान किया। जिसके उपरांत सरयू संगम में स्नान का सिलसिला देर गोधूलि बेला तक रहा है। सूर्य देव के दर्शन धूप खिलने से त्रिमुहानी तट पर सुबह से ही स्नानार्थियों की आमद बढ़ गयी। आसपास क्षेत्र व गैर जिलों से आये हुए मेलार्थी पुरुष बच्चे महिलाओं ने भोर से ही पहुंचकर संगम में स्नान दान पूजा किया।
कड़ाके की ठंडक में खिली धूप, बढी मेला की रौनक
सरयू मईया को पुष्प एवं मिष्ठान अर्पित किया। श्रद्धालुओं ने सरयू संगम में स्नान ध्यान एवं गुरु नर हरि आश्रम में मत्था टेककर भगवान वाराह का दर्शन प्रारंभ किया। वाराह भगवान की पूजा पाठ परिक्रमा उपरांत श्रद्धालुओं ने मेला भ्रमण किया। मनोरंजन के साधन झूला सर्कस, जादू आदि का आनन्द अनुभूति करते हुए मेले में आई हुई दुकान भोजन जलपान मिठाई का स्वाद चखा। गरमागरम जिलेबी आलू चाट टिक्की की दुकानों पर ग्राहकों न दस्तक दी। महिलाओं बच्चों ने गृहउपयोगी आवश्यक वस्तुओं खिलौने कपड़े आदि की खरीददारी किया। मेला में करनैलगंज एसडीएम हीरा लाल मय पुलिस फोर्स के साथ भ्रमणशील रहे।
इस बार दूधिया रौशनी रंग विरंगे बिजली झालरों की सजावट से भरपूर पसका मेले की रौनक रही है। करनैलगंज क्षेत्र के भाजपा विधायक अजय सिंह ने ग्राम पसका के लिये बिजली हाई मास्क लाइट की सौगात देकर सूकरखेत पसका मेला परिसर में तीन अलग अलग स्थान वाराह भगवान मंदिर, सरयू संगम त्रिमुहानी तट एवं नया मेला सती माता मंदिर परिसर में स्ट्रीट लाइट लगवाई है।
इस बार प्रशासनिक अनुमति अनुसार 5 जनवरी से प्रारंभ होकर पसका मेला 21 जनवरी अमावस्या तक रहेगा। गोधूलि बेला में संत कौशल दास, बाल्मीक दास, बरखंडी नाथ महादेव मंदिर के महन्थ समेत करनैलगंज के भाजपा विधायक अजय सिंह, पिंकू सिंह पसका, पिंकू सिंह, गिरीश चन्द शुक्ला समेत काफी संख्या में साधु संतों एवं मेलार्थियों ने पहुंचकर विधि विधान पूर्वक सरयू मईया को पुष्प अर्पित करके महाआरती किया।
मौत कुंआ झूला जादू कला बना पसका मेला का मुख्य आकर्षण .
पसका मेला में दूरदराज गैर जिलो से आयी हुई मौत कुंआ, सर्कस, झूला, थियेटर, जादू, मनोरंजन के साधन, बर्तन, कपड़े व कुटीर उद्योग, स्टील, फर्नीचर, खानपान, होटल, सौंदर्य सामग्री आदि की दुकानों पर ग्राहकों की आमद बढ़ गयी। बाबा कौशल दास, बाल्मीकि दास, मणिराम दास, बाबा बघेल दास, बाबा रामतेज दास, अमरजीत दास, ध्रुवदास, मथुरादास, प्रेमदास त्यागी, राजितराम दास, गिरजा दास, शारदानंद दासी, जगदेवनंद दासी, ओम प्रकाश दास व कैलाश दास, कल्पवासी साधु संत गृहस्थ समेत काफी संख्या में श्रद्धालु मोह माया से विरक्त होकर जप तप, कीर्तन भजन को जुटे हुए हैं।
पसका सूकरखेत में सरयू घाघरा दो पावन नदियों का पवित्र संगम स्थल है। विश्व ग्रन्थ श्रीराम चरित मानस के रचनाकार गोस्वामी तुलसीदास की जन्मस्थली राजापुर एवं गुरु नरहरि आश्रम स्थित है। पसका सूकरखेत के सरयू संगम त्रिमुहानी तट पर पौष पूर्णिमा स्नान को आयोजित विशाल संगम मेला में आसपास क्षेत्र व गैर जिलों से लाखों श्रद्धालु पहुँचकर सरयू संगम में आस्था की डुबकी लगाई। सूकरखेत में माह भर के लिये सरयू संगम तट पर जप तप कीर्तन भजन में लीन कल्पवासी साधु संतों का समागम है। साधु संतों श्रद्धालुओं के स्नान ध्यान पूजा पाठ जयकारे से सम्पूर्ण सूकरखेत लघु प्रयाग गया है।
पौराणिक मान्यता है कि पसका सूकरखेत में भगवान विष्णु का वाराह रूप में अवतार स्थल माना गया है। काल कालांतर में भगवान विष्णु ने वाराह अवतार लेकर हिरण्याक्ष नामक महादैत्य का संहार किया, और धरती माता को उसके चंगुल से मुक्त कराया था। कल्पवासी साधु संतों द्वारा नित्य संगम स्नान ध्यान, पूजा पाठ व कीर्तन भजन भंडारा के आयोजन से सम्पूर्ण सूकरखेत लघु प्रयाग बन गया है। परसपुर क्षेत्र के पसका सूकरखेत में पौष पूर्णिमा स्नान मेला के मद्देनजर सरयू संगम त्रिमुहानी तट पर साधु संत सन्यासी व गृहस्थ जनों का जमावड़ा हैं। सरयू मैया वाराह भगवान के जयकारे से संगम त्रिमुहानी तट गुंजायमान है।
परसपुर थाना के प्रभारी निरीक्षक संतोष सरोज का कहना है कि पसका संगम मेला में शांति सुरक्षा दृष्टिगत 16 उपनिरीक्षक, 58 मुख्य आरक्षी, 26 महिला आरक्षी समेत 106 सुरक्षा कर्मियों को शामिल किया गया है। महिलाओं एवं बच्चों की सुरक्षा हेतु अतिरिक्त सुरक्षा कर्मियों की तैनाती की गई है। सती माता मंदिर के समीप मेला पुलिस चौकी में महिला पुरूष आरक्षियों की तैनाती की गई है। मेला में अपने हमराही पुलिस फोर्स के साथ पहुँचे प्रभारी निरीक्षक संतोष सरोज ने पैदल भ्रमण करके शांति सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया। उन्होंने बताया कि मेला में शांति सुरक्षा दृष्टिगत अलग अलग 26 पुलिस प्वाइंट बनाये गए है। पुलिस बूथ, मेला चौकी समेत 106 सुरक्षा कर्मियों की मुस्तैदी है।