गोंडा। मंगलवार को कलेक्ट्रेट सभागार में उत्तर प्रदेश राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के वरिष्ठ सलाहकार ब्र्रिगेडियर प्रमोद कुमार सिंह की अध्यक्षता में बाढ़ आपदा एवं बचाव तथा मॉक एक्सरसाइज की महत्वत्वूर्ण अन्तर्विभागीय बैठक सम्पन्न हुई जिसमें सम्बन्धित विभागीय अधिकारियों को संभावित बाढ़ से बचाव को लेकर की जाने वाली तैयारियों के बारे में प्रजेन्टेशन के माध्यम से बताया गया। बैठक से पहले ब्र्रिगेडियर प्रमोद कुमार सिंह ने जिलाधिकारी डा0 उज्ज्वल कुमार, सीआरओ जयनाथ यादव तथा एडीएम सुरेश कुमार सोनी के साथ जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा तैयार की गई बाढ़ कार्ययोजना 2022.23 का विमोचन किया।
आपदा प्रबंधन योजना की पुस्तक का हुआ विमोचन
बैठक में बिग्रेडियर श्री सिंह ने विभागीय अधिकारियों को आपदाओं के दौरान होने वाले नुकसान को कम से कम करने के बारे में तमाम बारीकियां बताईं तथा अधिकारियों को शासन से उनके निर्धारित दायित्वों के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने कहा कि आपदाओं से निपटने के लिए शासन स्तर से जनपद में इंसीडेन्टस रिस्पान्स सिस्टम के तहत विभागीय अधिकारियों की जिम्मेदारियां तय की गई हैं। उन्होंने स्वास्थ्य, पुलिस, फायर, बाढ़ खण्ड, पंचायतीराज, कृषि, वन विभाग, नगर निकायों।
लोक निर्माण विभाग, परिवहन, पशु पालन, शिक्षा, जल निगम, विद्युत तथा राजस्व विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया कि सभी अधिकारी अपने.अपने विभागो के दायित्वों के क्रम में बाढ़ से पूर्व तैयारियां कर लें ताकि बाढ़ आपदा के दौरान त्वरित सहायता मुहैया कराई जा सकी है। उन्होंने इस बात पर विशेष जोर दिया कि हमें इस तरह काम करने की जरूरत है कि राहत कार्य कम से कम कराना पड़े। उन्होंने कहा कि इसके लिए समुदाय को जागरूक करने के साथ ही सूचना तंत्र को मजबूत करना होगा। उन्होंने जलवायु परिवर्तन पर विशेष व्याख्यान देते हुए जलवायु परिवर्तन के कारण आने वाली आपदाओं पर प्रकाश डाला तथा जलवायु परिवर्तन का आपदा से क्या सम्बन्ध है, के बारे में बताया।
बैठक में ब्र्रिगेडियर प्रमोद कुमार सिंह ने अधिकारियों को बताया कि विगत तीन वर्षों में प्रदेश में वज्रपात से 1100 से अधिक लोगों की मृत्यु हो चुकी है। उन्होंने कहा कि वज्रपात से होने वाली घटनाओं में हम बड़े पैमाने पर कमी ला सकते हैं। उन्होंने सभी अधिकारियों से अपील किया कि वे सब स्वयं अपने मोबाइल में वज्रपात की सूचना देने वाले महतपूर्ण दामिनी एप को डाउनलोड करें तथा कि अपने अधनीस्थ सभी कर्मचारियों के साथ.साथ जनसामान्य के मोबाइल में यह एप जरूर डाउनलोड कराएं।
उन्होंने बताया कि दामिनी एप वज्रपात की सटीक सूचना उपलब्ध कराता है, इसलिए इस एप का व्यापक प्रचार.प्रसार भी कराएं जिससे वज्रपात से होने वाली मृत्यु में कमी लाई जा सके। बैठक में उन्होंने बताया कि शासनपके निर्देशन में आगामी जुलाई माह में बाढ़ से बचाव के लिए प्रदेश स्तरीय मॉक ड्रिल कराई जाएगी। बैठक में अपर जिलाधिकारी, सीएमओ तथा एएसपी द्वारा स्मृति चिन्ह देकर ब्र्रिगेडियर प्रमोद कुमार सिंह को सम्मानित किया गया।
बैठक में एडीएम सुरेश कुमार सोनी, सीएमओ डॉ. आर.एस केसरी, एएसपी शिवराज, एसडीएम सदर वीके सिंह, मनकापुर कीर्ति प्रकाश भारती, तरबगंज शत्रुघ्न पाठक, एएसडीएम कुलदीप सिंह, बीएसए अखिलेश प्रताप सिंह, डीडीओ दिनकर विद्यार्थी, जिला कृषि अधिकारी जेपी यादव, कमांडेन्ट पीएसी, एक्सईएन पीडब्लूडी देवेन्द्रमणि, डीपीआरओ रोहित भारती, तहसीलदार करनैलगंज नरसिंह नरायन वर्मा, पीओ डूडा वीके सिंह सहित एसडीआरएफ, एनसीसी, फायर सर्विस के अधिकारी, जिला आपदा विशेषज्ञ गोण्डा राजेश श्रीवास्तव, जिला आपदा विशेषज्ञ अरूण सिंह, ई.डिस्ट्रिक्ट मैनेजर अतिम गुप्ता, आपदा लिपिक केजी तिवारी सहित अन्य अधिकारीगण उपस्थित रहे।