गोण्डा। साहित्य विकास मंच और एम.वी म्यूजिकल ग्रुप के संयुक्त तत्वाधान में फागुनोत्सव पर अध्यक्ष नंद किशोर पाण्डेय मधुकर के आवास पर काव्य गोष्ठी और एम वी म्यूजिकल द्वारा प्रस्तुत गीत संगीत के साथ फाग गीत का कार्यक्रम संपन्न हुआ। जिसमें हिन्दी के सशक्त हस्ताक्षर साहित्यकार यज्ञ देव पाठक ष्नीरज गोनर्दनीयष् का साहित्य एवं संगीत प्रेमियों ने अंगवस्त्र,सरस्वती चित्र,माल्यार्पण कर सम्मान किया। काव्यगोष्ठी की अध्यक्षता लब्धप्रतिष्ठित साहित्यकार डॉ॰ सूर्यपाल सिंह ने किया जबकि संचालन कवि रवीन्द्र कुमार पाण्डेय रवि ने किया।
फागुनोत्सव पर काव्य पाठ व गीत संगीत का शुभारंभ दीप प्रज्वलन व सरस्वती वंदना करते हुए होली पर्व पर नीरज गोनर्दनीय ने अपनी पंक्तियों में कहा कि,नभ लाल गुलाल घने घुमरयो,अवनी अनुराग नहाय रही। व्यंग्य के सशक्त हस्ताक्षर कवि एवं वरिष्ठ पत्रकार अरविन्द पाण्डेय ने पढा कि, कहां उड़ेगा अबीर गुलाल, कहां उठेगा फाग।कौन कौन गायेगा फिर से ई वी एम का राग। प्रकाश चंद्र अग्निवेष ने देशभक्ति भाव से कहा कि, आओ मिलकर ओढ़ तिरंगा, गायें फगुवा सावन।आपस में मिल खुशियाँ बांटे,महक उठे घर आंगन। श्रृंगार रस की कवियित्री ज्योतिमा शुक्ला रश्मि ने सुनाया कि लाल, गुलाबी, नीले, पीले, लाई रंग हजार। भूल के सारे भेदभाव को करो रंगों से प्यार। यज्ञ राम मिश्र यज्ञेश गीत सुनाया कि,फागुन मा मनवा रंगाय लियो रे फागुन मा।नंद किशोर पाण्डेय मधुकर ने फागुन गीत में कहा कि, फिर अमवा बौराय गवा।वरिष्ठ कवि कृष्ण नंदन तिवारी नंदन ने सुनाया कि,नीचे धरती ऊपर अम्बर दोनों में रंगों की छाप।
गीतकार घनश्याम अवस्थी ने सुनाया कि,तनी खेलव संभल कर फाग बाबू।रवीन्द्र कुमार पाण्डेय रवि ने कहा कि,बिना मौसम कोई भी गुल चमन में खिल नहीं सकता।देश गीत सुनाते हुए हरीराम प्रजागर ने कहा कि,श्रद्धा प्रेम अवनत होके वंदेमातरम कहिए,हमारे खून हो तुम भी,प्रजागर मान को भिये।वरिष्ठ कवि अवधेश सिंह ने चुनाव पर व्यंग्य में कहा कि,नेता जी अब लड़ चुक्यो,बैठि बजाव बेन।अऊर लड़ा चाहौ अगर,चले जाव यूक्रेन।एम वी म्यूजिकल ग्रुप के आशीष श्रीवास्तव, कपीश्वर अग्रवाल, अनंत सिंह मोनू,देवेन्द्र कुमार, रोहित मिश्र ने जमकर होली पर्व के गीत संगीत सुनाये।जिसका संचालन प्रमोद नंदन श्रीवास्तव एडवोकेट ने किया।कार्यक्रम में सैकड़ो श्रोताओं के साथ रजनीश पाण्डेय, योगेश पाण्डेय एडवोकेट, श्रीमती केतकी पाण्डेय, अमन, श्रीमती गीता पाण्डेय, आदित्य पाण्डेय, सत्या पाण्डेय, शिवांश, आन्या, विजय श्रीवास्तव, मनीष सजल आदि उपस्थित रहे।