गोंडा, जिले में चल रहे नवंबर यातायात माह को बेहतरीन बनाने के लिए पुलिस विभाग ने यातयात मेला की तैयारी शुरू कर दी। इसमें एसपी आकाष तोमर ने एएसपी षिवराज को मेले के समन्वय की जिम्मेदारी दी है। इसके तहत पीडब्ल्यूडी, आरटीओ , यातायात विभाग व सिटीमजिस्टृेट मेलेे की भव्यता को बढायेगे। यातायात नियमों की जानकारी और उसके प्रति चिंतन बढाने की जरूरत है, कारण दुर्घटना से हर माह आधा दर्जन लोंगों की असमय जान जा रही है, कई दिव्यांग बन रहे है, इससे समाज में मानव संसाधन का एक बडा हिस्सा अनुपयोगी साबित हो रहा है। किसी का पति दुर्घटना में असमय चल बसा तो उसकी गृहस्थी चैपट हो गयी।
यातायात माह की पुलिस विभाग की अभिनव पहल
जानकारी न होने से अज्ञात वाहन से टकटराने के बाद पीडित को कोई लाभ नहीं मिलता। इसे देखते हुए एएसपी षिवराज ने यातायात से जुडे सीओ लक्ष्मीकांत गौतम, सीओ सदर षिल्पा वर्मा, सीओ यातायात मुन्ना उपाध्याय, सीओ लाइन सौरभ वर्मा, यातायात निरीक्षक अभिनव प्रताप सिंह, महिला कोतवाल पूनम यादव के साथ यातायात मेला की तैयारी बैठक की।
बैठक में जिस तरीके से अन्य विभाग अपना प्रदर्षन षिविर व मेला लगाकर जनजागरूकता पैदा करते है, उसी तरह पुलिस विभाग अपनी कार्य कुषलता को जनमानस के पटल पर लाने के लिए यातायात मेले का आयोजन रविवार को करने जा रहा है। सामाजिक कार्यकर्ता संजय पांडेय का कहना है कि पुलिस भोजन में नमक की तरह है, ज्यादा हो तो गडबड और कम हो तो गडबड, संतुलित भोजन की तरह पुलिस की समाज में अपनी उपयोगिता है जो हर जगह उपस्थित दिखती है, ऐसे में यातायात मेला बहुपयोगी साबित होगा।