गोंडा: 11 साल में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बरांव ढहने के कगार पर

बालपुर, गोंडा। सभी को स्वास्थ्य सेवा मुहैया कराने का सरकार का सपना प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र बरांव पर टूट रहा है, कारण यहां पर मायावती मुख्यमंत्री के लोकार्पण के वावजूद बिजली, पानी, शौचालय व्यवस्था चौपट होकर रह गई है। सभी खिड़कियों के कांच टूटे मेन दरवाजे के कुंडे टूटे हुए यहां की दुर्दशा को बयां कर रहे है। लोहे का एक तरफ का मेन गेट तोड़कर चोर उठा ले गये है। सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र हलधरमऊ क्षेत्र में करनैलगंज हुजूरपुर रोड के पास स्थित बरांव प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र दुर्दशाग्रस्त होकर रह गया है।

पूर्व सीएम मायावती ने किया था लोकापर्ण

यहां के एक तरफ के लोहे के मेन गेट को तोड़कर चोर उठा ले गये। बिजली का यहां कोई कनेक्शन नहीं है और न कहीं बिजली की ठीक से वायरिंग की गई है। बिजली से पंखे समेत कोई सामान यहां लगाया ही नही गया है। यहां बनी पानी की टंकी निष्प्रयोज्य होकर रह गई है। शुरुवात से ही इसका संचालन कभी नहीं किया गया। इस तरह से यहां बिजली, पानी व शौचालय व्यवस्था ध्वस्त होकर रह गई है।

शौचालय बेहद खराब दशा में है और इस्तेमाल करने लायक नहीं है।

स्वास्थ्यकर्मियों के रहने के लिए यहां बने सरकारी आवास बिना इस्तेमाल किये ही अत्यधिक जर्जर होकर रह गये है। सभी खिड़कियों के कांच टूटे हुए है दरवाजों के कुंडे टूटे हुए है। कई दरवाजे चोरी हो चुके है और कई सड़कर खराब हो चुके है। पानी की टंकी होते हुए पेयजल व्यवस्था एकमात्र हैंडपंप के सहारे है। चारदीवारी भी टूटनी शुरू हो गई है। चोरों ने अपने आनेजाने के सुविधानुसार चारदीवारी में अनेक बड़े बड़े छेद बना लिये है। इससे यहां की सुरक्षा व्यवस्था खतरे में पड़ गई है।

चोर मेन गेट उठा ले गये, अस्पताल का नहीं मिल रहा लाभ

6 दिसंबर 2011 को तत्कालीन मुख्यमंत्री मायावती ने इस पीएचसी का लोकार्पण किया। उत्तर प्रदेश राजकीय निर्माण निगम लिमिटेड कार्यदायी संस्था ने इसका निर्माण कराया। मात्र 11 साल में ही इस अस्पताल में बने कई आवासों समेत सभी भवन अत्यधिक जर्जर दशा में हो गये है। इस अस्पताल में साफ सफाई की कोई व्यवस्था नहीं है। यहां के परिसर में बड़ी बड़ी झाड़ियां उगी हुई है और जहरीले कीड़े मकोड़े विचरण करते रहते है। इससे यहां आने जाने वालों के लिये खतरा बना रहता है।

सीएमओ डा रश्मि वर्मा ने बताया कि अस्पताल का निरीक्षण कर व्यवस्था में कायाकल्प का सहयोग लिया जाएगा। इस पीएचसी के प्रभारी डाक्टर के पद पर डाक्टर अतुल पाल कार्यरत बताये गये। दूसरे डाक्टर अवसाफ लारी है। दोनों डाक्टर शुक्रवार को पीएचसी से अनुपस्थित मिले। फार्मासिस्ट गोपाल स्वरूप पाठक का करीब दो माह पहले तबादला कर दिया गया। उसी समय से इस पद पर किसी नये की तैनाती नहीं की गई और यह पद खाली है।

कम्यूनिटी स्वास्थ्य अधिकारी दिव्या कश्यप को छह माह पहले तैनात किया गया है। यह अस्पताल एकमात्र सीएचओ के सहारे संचालित होता दिखाई पड़ा और वह मौके पर मौजूद मिली। एएनएम पार्वती, वार्ड बॉय धर्मेन्द्र तिवारी,लैब सहायक नागेन्द्र प्रसाद अपनी डयूटी से नदारद दिखाई पड़े। बाद में बताया गया कि लैब सहायक नागेन्द्र प्रसाद एक सप्ताह की छुट्टी पर चले गये गये है। यहां कागज में आधा दर्जन स्वास्थ्यकर्मियों की फौज तैनात होने के बावजूद अस्पताल भारी अव्यवस्था का शिकार होकर रह गया है।

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