गोंडा। मुख्य चिकित्सा अधीक्षक जिला चिकित्सालय हीमोडायलिसिस यूनिट जिला चिकित्सालय गोंडा में हो रही अनियमिताओं के सम्बन्ध में उप निदेशक स्वास्थ्य एंव चिकित्सा ने जांच कराने का निर्देश दिया है। इसकी शिकायत बीते दिनों सिविल बार एसोसिएशन के अध्यक्ष उपेन्द्र कुमार मिश्रा ने की थी। आरोप है कि डायलिसिस में इस्तेमाल होने वाले डायलेजर एंव ब्लड लाइन का दस दस बार प्रयोग किया जाता है जिसके मरीजों में संक्रमण बढने की पूर्ण संभावना रहती है जिसके कारण मरीजों का स्वास्थ्य ठीक होने के बजाएं और खराब हो जाता है।
गोडा चिकित्सालय में डायलिसिस टेक्नीशियनों की मनमानी चलती है एवं किसी अन्य नेफ्रोलाजिस्ट चिकित्सक का परामर्ष नहीं मानते है। इस अव्यवस्था के कारण संघ के कई अधिवक्ता भी प्रभावित हो रहें हैं। जिससे मरीजों व अधिवक्ताओं में आक्रोष बढता जा रहा है। इसके रोकथाम को लेकर अधिवक्ताओं द्वारा मांग जांच की मांग की गई थी। इस अवसर पर सिविल बार के महामंत्री संतोश कुमार पाण्डेय, संयुक्त महामंत्री मनीश कुमार षुक्ला, राधेष्याम पाण्डेय, दिनेष चन्द्र त्रिपाठी, पवन कुमार पाठक, विक्रान्त कुमार मिश्रा, प्रभाकर प्रसाद तिवारी, राजेष कुमार मिश्रा सहित दर्जनों अधिवक्ता मौजूद रहे।