गोंडा। सामाजिक व राजनीतिक विचारक पंडित दीन दयाल उपाध्याय व दरिद्र नारायण की सेवा के प्रबल समर्थक की प्रतिमा धानेपुर बाजार में लगवा दी गयी लेकिन उनकी प्रतिमा को छत दिलाना विधायक ,सांसद व अध्यक्ष नगर पंचायत भूल गये। कारण अब पंडित दीन दयाल उपाध्याय की विचारों की सरेआम अनदेखी हो रही है। अब लोग अपनी अपनी छत छत देख रहे हैं
मुजेहना ब्लॉक मुख्यालय पर दो वर्ष पहले मेहनौन विधायक विनय कुमार द्विवेदी के कर कमलों से दीन दयाल जी की प्रतिमा का अनावरण किया गया थाए तब से ठंडी गर्मी धूप बरसात हर मौसम का असर उनकी प्रतिमा को सहन करना पड़ा लेकिन जिम्मेदार लोगों ने उन्हें एक छत मुहैय्या कराने की सोची तक नही जिसके चलते प्रतिमा रंगत प्रभावित हुयी है। इस अपमान जनक स्थिति पर लोगों को इस बात पर चर्चा करते सुना गया। इन दो सालों में सरकार के खजाने से करोड़ों की लागत से सड़केए स्ट्रीट लाइटसए भवन इत्यादि बनवाने को स्वीकृति मिली और बजट खर्च किये गए। लेकिन महज कुछ पैसों के खर्च से अंत्योदय प्रणेता पंडित दीन दयाल जी की प्रतिमा को एक अदद छत देना लोगों ने मुनासिब नही समझा।
भारतीय जनता पार्टी का शीर्ष नेतृत्व जिनके आदर्शों पर चल कर देश से गरीबी मिटाने के लिए अंत्योदय योजना के माध्यम से लाभ पहुंचा रही है उनके विचारों का लाभ पूरी सरकार उठा रही है। प्रखर विचारक एकात्मवाद शिक्षाविद लेखक पत्रकार इन उपाधियों ने सुज्जित पंडित दीन दयाल उपाध्याय की प्रतिमा ऐसे अपमान जनक स्थिति में होने पर लोग उनके प्रति आस्थावान पार्टी के जिम्मेदार लोगों पर सवाल उठाने लगे हैं।