गोंडा : हड़ताल के दूसरे दिन भी नहीं दौडे सडक पर वाहन

गोंडा, हिट व रन को रोकने के लिए नये कानून के विरोध में चालकों ने बस व टृक चलाने की हड़ताल पहली जनवरी से षुरू की जिसका असर दूसरे दिन जारी रहा। लखनउ, कानपुर, अयोध्या, बहराइच, बलरामपुर जाने वाले यात्री सडक पर खडे होने को मजबूर है और प्राइवेट टैक्सी में किराया ज्यादा पड रहा है।

हिट एंड रन मामले में हर साल हजारों लोगों की अकाल मौत हो जाती है और उन्हें कोई मुवाअजा नहीं मिल पाता , कारण अधिकांष वाहनों का पता नहीं चल पाता। मोटर व्हीकल एक्ट संषोधन बिल लोक सभा में पास होने के बाद से चालक गाडी चलाने से हिचक रहे हैं। इसमें चालक पर भारी जुर्माना व सात साल की सजा की व्यवस्था की गयी है। इसे देखते हुए चालकों ने इसे काला कानून बताकर हडताल कर दी।

टृक चालक के साथ परिवहन निगम के चालक हडताल में षामिल हो गये। इसका कारण रास्ते में हो रही अभद्रता व मारपीट बतायी। इससे गोंडा डिपो प्रभावित रहा। मंगलवार को आरएम , एआरएम ने कमिष्नर व डीएम तथा एसपी से मिलकर बसों की सुरक्षा की मांग की। इसके बाद अधिकारियों ने दबाब बनाकर एक दर्जन बसें किसी तरह बाहर निकाली, इस दौरान पराग डेयरी के पास रोडवेज बस को कुछ लोगों ने रोक लिया तो मौके पर देहात कोतवाल पहुंचे तो बस का संचालन हो पाया। दर्जनों बसें नहीं चल पा रही हैे। तोड फोड के डर से अनुबंधित बसें नहीं चल पा रहीं हैं।

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