गोपाल त्रिपाठी
– आईजी एसटीएफ ने राजेश्वरी श्रीवास्तव हत्याकांड का किया खुलासा
गोरखपुर। शहर के मशहूर सर्जन व आर्यन हास्पिटल के संचालक डा डीपी सिंह को एसटीएफ ने हत्या के जुर्म में गिरफ्तार किया है। डा डीपी सिंह पर हास्पिटल के दो अन्य कर्मचारियों के साथ मिल कर प्रेमिका की नेपाल में हत्या कर लाश को पहाड़ी से फेंकने का आरोप है।
शुक्रवार को आईजी एसटीएफ अमिताभ यश ने पुलिस लाइन में पत्रकार वार्ता में घटना का अनावरण करते हुए बताया कि शहर के शाहपुर थाना में जुलाई माह में राजेश्वरी उर्फ राखी श्रीवास्तव पुत्री हरेराम श्रीवास्तव की गुमशुदगी का मुकदमा उसके भाई ने लिखवाया था। शहर के चर्चित व्यक्ति से मामला जुड़ने के बाद केस की जांच एसटीएफ को मिली। एसटीएफ की शुरूआती जांच में गुमशुदमी से ठीक एक माह पूर्व राखी तथा उसके प्रेमी व विवाहेतर शादी करने वाले डा डीपी सिंह की भी लोकेशन नेपाल के पोखरा में मिली। जांच के दौरान राखी की लाश पोखरा से बरामद हुई जिसके पोस्टमार्टम में एसटीएफ को अहम सुराग मिले।
एसटीएफ ने मामले की गहनता से छानबीन व तथ्यो की पड़ताल की तो मृतका राखी के प्रेमी डा डीपी सिंह पर संदेह गहरा गया। पुलिसिया पुछताछ में डा डीपी सिंह ने स्वीकार किया कि उन्होंने स्कार्पियों से दो कर्मचारियों के साथ राखी को भैरहवा से पोखरा ले जाकर नशीली दवा खिलाकर हत्या करने के बाद पहाड़ी से फेंक दिया था। आईजी श्री यश ने बताया कि हत्या के बाद मृतका को डिजिटलाइज जिंदा रखने के लिए कई दिनो तक उसके मोबाईल को नेपाल में इधर-उधर घूमाने के बाद गुवाहाटी में फेंक दिया था।