दैनिक भास्कर ब्यूरो
गोरखपुर। अब तो सफाईकर्मियों को अपने वरिष्ठ अफसरों के औचक निरीक्षण का भी डर नहीं रह गया है। नगर आयुक्त अविनाश कुमार सिंह के कड़े रुख के बाद सफाई कर्मियों की बिना सूचना ड्यूटी से अनुपस्थित रहने पर लगाम लगती नहीं दिख रही है। पिछले छह दिनों में नगर आयुक्त ने चार बार औचक निरीक्षण कराया जिसमें हर बार सैकड़ों की संख्या में सफाई कर्मी अनुपस्थित मिले। मंगलवार को हुई औचक जांच में नगर निगम के सभी 10 जोन में 478 सफाई कर्मी अनुपस्थित मिले। वेतन मद में एक दिन के वेतन के रूप में नगर आयुक्त के निर्देश पर 1.75 लाख रुपये की कटौती की गई है।
6 दिन में 4 बार हुई जांच, हर बार सैकड़ों सफाईकर्मी मिले अनुपस्थित
नगर आयुक्त अविनाश सिंह ने नगर निगम के मंगलवार को सभी 10 जोन में तैनात सफाई कर्मचारियों की उपस्थिति की जांच कराई। जांच में पाया गया कि नगर निगम के जोन संख्या 01 में 30 सफाई कर्मचारी, जोन संख्या 02 में 57 सफाई कर्मचारी, जोन संख्या 03 में 48 सफाई कर्मचारी, जोन संख्या 04 में 44 सफाई कर्मचारी, जोन संख्या 05 में 49 सफाई कर्मचारी, जोन संख्या 06 में 45 सफाई कर्मचारी, जोन संख्या 07 में 58 सफाई कर्मचारी, जोन संख्या 08 में 66 सफाई कर्मचारी, जोन संख्या 09 में 36 सफाई कर्मचारी एवं जोन संख्या 10 में 45 सफाई कर्मचारी पूरे नगर निगम के 10 जोन में कुल 478 सफाई कर्मचारी अपने कार्य से अनुपस्थित मिले। मंगलवार को वेतन रोकने के लिए समस्त जोनल अधिकारी एवं समस्त सफाई निरीक्षकों को निर्देशित किया गया। इन 478 सफाई कर्मचारियों का 01 दिन का वेतन लगभग 1.75 लाख रूपये है।
सभी जोनल अधिकारी एवं सफाई निरीक्षकों को निर्देश है कि वार्डों में अनुपस्थित सफाई कर्मचारियों को मस्टररोल में उपस्थित दिखा कर वेतन निकलवाने वालों पर कड़ा एक्शन लिया जाएगा। ऐसे सफाई सुपरवाइजर, मेठ एवं सफाई निरीक्षकों को चिन्हित कर कड़ी अनुशासनात्मक कार्यवाही होगी। कड़ी जांच के बाद भी रामनरेश नागवंशी एवं एजाज आलम मस्टरोल भुगतान के लिए भेजेंगे। जल्द ही 80 वार्डों में बायोमेट्रिक हाजिरी अनिवार्य की जाएगी।