गोरखपुर : पंजाब के शूटरों ने की थी भाजपा नेता बृजेश सिंह की हत्या, पांच गिरफ्तार

गोरखपुर। गुलरिहा इलाके में भाजपा नेता व पूर्व प्रधान बृजेश सिंह की हत्या जमीनी विवाद में हुई थी। साजिशकर्ताओं ने पंजाब से दो शुटरों को बुलाकर हत्या कराई थी। रविवार को क्राइम ब्रांच व पुलिस ने साजिशकर्ता समेत पांच आरोपितों को गिरफ्तार कर जेल भेज दी। जबकि हत्याकांड को अंजाम देने वाले दोनो शूटर पुलिस की पकड़ से अभी दूर है। उनकी तलाश में एक टीम पंजाब गई है। उनके ऊपर 25-25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया गया है। हालांकि तीन अन्य नामजद आरोपितों विनय श्रीवास्तव, पवन श्रीवास्तव व सुनील श्रीवास्तव को बेगुनाह मानते हुए पुलिस ने उन्हें बाइज्जत बरी कर दिया है। पुलिस लाइंस सभागार में रविवार को एसएसपी दिनेश कुमार प्रभु ने मामले का खुलासा किया। एसएसपी का दावा है कि जल्द ही दोनों शूटरों को दबोच लिया जाएगा।

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक दिनेश कुमार प्रभु ने रविवार को पुलिस लाइंस में आयोजित पत्रकार वार्ता में घटना का खुलासा करते हुए बताया कि दो अप्रैल की रात में गुलरिहा थाना क्षेत्र के नारायनपुर गांव में पूर्व प्रधान बृजेश सिंह की बदमाशों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। बृजेश के भाई ने नरायनपुर के रामसमुझ समेत तीन लोगों के खिलाफ नामजद केस दर्ज कराया था। पुलिस ने चारों नामजदों को हिरासत में लेकर पूछताछ किया तो नामजद चार आरोपितों में से तीन बेगुनाह हैं। और एक आरोपी रामसमुझ की हत्याकांड के साजिशकर्ताओं से सांठ-गांठ पाई गई। तहकीकात आगे बढी तो जमीनी विवाद में हत्या की बात सामने आई। बृजेश सिंह के कब्जे वाली जमीन पर रामसमुझ मुकदमा लड़ रहा था।
करोड़ों की इस जमीन पर पिपराइच थाना क्षेत्र के जंगल औराही टोला गजराज निवासी बहादुर चौहान और महराजगंज जिले के पनियरा थाना क्षेत्र के जडार गांव निवासी जितेन्द्र सिंह की नजर पड़ी। रामसमुझ ने विवादित जमीन को उन्हें औने-पौने दाम पर देने के लिए तैयार हो गया था।

दोनों ने रामसमुझ से जमीन का 50 लाख में सौदा किया था। कुछ हजार रुपये देकर इसका एग्रीमेंट भी किया था, पर उन्हें पता था कि बृजेश सिंह के रहते जमीन पर कब्जा संभव नहीं है । इसलिए उन्होंने बृजेश सिंह को रास्ते से हटाने का प्लान बनाना शुरू कर दिया था।

एसएसपी ने बताया कि जितेन्द्र के संपर्क में पंजाब का शूटर राजवीर सिंह था। वह जितेन्द्र और उसके रिश्तेदार के वहां भागकर कुछ दिन तक फरारी काट चुका था।

जितेन्द्र ने बृजेश की हत्या के लिए राजवीर को सुपारी दी थी। राजवीर अपने साथी सतनाम सिंह के साथ आया था। एसएसपी ने बताया कि घटनावाली रात राजवीर और सतनाम के अलावा जितेन्द्र भी हत्या के दौरान मौके पर शामिल था। इसके अलावा पुलिस ने गोरखनाथ थाना क्षेत्र के रामजानकी नगर के कृष्ण कुमार गुप्ता तथा महराजगंज जिले के पनियरा थाना क्षेत्र स्थित बडार गांव निवासी दिवाकर सिंह को भी अभियुक्त बनाया है। इन दोनों ने बदमाशों को गाड़ी आदि मुहैया कराई थी। पुलिस ने रामसमुझ, बहादुर चौहान, जितेन्द्र सिंह, कृष्ण कुमार गुप्ता और दिवाकर सिंह को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया।
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जमीन में 20 प्रतिशत हिस्सेदारी की थी सुपारी

एसएसपी ने बताया कि जितेन्द्र और बहादुर ने दोनों शूटरों को जमीन में 20 प्रतिशत हिस्सेदारी की उन्हें सुपारी दी थी। अभी उन्हें सिर्फ उनके आने-जाने का लगभग 8 से 10 हजार रुपये किराया दिया गया था। घटना से दो दिन पहले वह गोरखपुर आए थे। रेकी करने के बाद उन्होंने वारदात को अंजाम दिया था। हत्या की यह घटना अक्टूबर में ही करने का उनका प्लान था पर इन लोगों ने चुनाव तक रुकने का मन बना लिया था। जितेन्द्र और बहादुर को पता था कि बृजेश सिंह चुनाव लड़ेंगे चुनाव के समय हत्या करने पर यह पूरी घटना चुनावी रंजिश की तरफ डायवर्ड हो जाएगी और उनके ऊपर किसी का शक नहीं जाएगा।
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जितेंद से था शूटरों का परिचय

एसएसपी ने बताया कि जितेंद व बहादुर पहले लखीमपुर खीरी व पीलीभीत में गन्ना मिल में गाड़ी चलाते थे। वहा बहुत ज्यादा पंजाब के लोग थी। वही जितेंद की शूटरों से मुलाकात हुई थी। लखीमपुर में 4 से पांच साल पहले एक हत्या हुई थी जिसमे सीतापुर से शूटर बुलाये गए थे जिसमें बहादुर ने शूटरों को बुलाया था।

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