विश्व कप में पाकिस्तान के खिलाफ मैच न खेलने की मांग पर भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोहली ने कहा है कि इस संबंध में देश की सरकार और भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) जो फैसला लेंगे हमें मंजूर होगा।
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ विशाखापत्तनम में खेले जाने वाले टी-20 श्रृंखला के पहले मैच की पूर्व संध्या पर कोहली ने कहा कि हम देश और बीसीसीआई के साथ खड़े हैं। सरकार और बोर्ड जो भी निर्णय लेते हैं, हम उसका सम्मान करेंगे।
दूसरी तरफ, भारतीय लेग स्पिनर युजवेंद्र चहल का मानना है कि पुलवामा जैसे आतंकी हमलों को खत्म करने के लिए देश को कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए। उन्होंने हालांकि यह कहने से इनकार कर दिया कि पाकिस्तान के खिलाफ विश्व कप मैच का बहिष्कार किया जाना चाहिए या नहीं।
उल्लेखनीय है कि जम्मू-कश्मीर के पुलवामा आतंकी हमले के बाद भारत के पूर्व क्रिकेटर मांग कर रहे हैं कि पाकिस्तान के साथ क्रिकेट खेलना बंद कर देना चाहिए।
#WATCH Virat Kohli on Ind Vs Pak in World Cup says, "Our sincere condolences to the families of CRPF soldiers who lost their lives in #PulwamaAttack. We stand by what the nation wants to do and what the BCCI decides to do." pic.twitter.com/gjyJ9qDxts
— ANI (@ANI) February 23, 2019
विश्व कप में पाकिस्तान के खिलाफ खेलने का फैसला सरकार पर छोड़ना सबसे अच्छा : कपिल
वर्ष 1983 में भारत को विश्व कप का खिताब दिलाने वाले अनुभवी क्रिकेटर व पूर्व कप्तान कपिल देव ने कहा कि भारत को आगामी क्रिकेट विश्व कप में पाकिस्तान के खिलाफ खेलना चाहिए या नहीं, यह निर्णय केंद्र सरकार पर छोड़ना सबसे अच्छा होगा।
कपिल ने शुक्रवार को पुणे में आयोजित एक कार्यक्रम में कहा कि खेलना या न खेलना एक ऐसी चीज है, जो हमारे जैसे लोगों द्वारा तय नहीं की जाती है। यह सरकार द्वारा तय किया जाना है। बेहतर है कि हम राय न दें बल्कि इसे सरकार और संबंधित लोगों पर छोड़ दें। सरकार जो भी फैसला करेगी, वह राष्ट्र के हित में होगा। हम वही करेंगे जो सरकार चाहती है।
उल्लेखनीय है कि भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने भी शुक्रवार को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट समुदाय से क्रिकेट खेलने वाले अन्य देशों से संबंध तोड़ने का आग्रह किया है, जहां आतंक को पनाह मिलती हो।
पाक कप्तान बोले, न हो राजनीति
विराट कोहली से पहले पाकिस्तान के कप्तान सरफराज अहमद का भी बयान आया था। उन्होंने पुलवामा आतंकी हमले के बाद क्रिकेट को निशाना बनाने को निराशाजनक बताया था। सरफराज ने कहा था, ‘भारत और पाकिस्तान का मैच पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार होना चाहिए क्योंकि लाखों लोग हैं जो इस मैच को देखना चाहते हैं। मेरा मानना है कि राजनीतिक हितों के लिए क्रिकेट का निशाना नहीं बनाना चाहिए।’
किसी का सपॉर्ट, किसी का विरोध
पुलवामा हमले के बाद खिलाड़ियों के साथ-साथ पूर्व क्रिकेटर्स भी इस मसले पर अपनी राय रख रहे हैं। भारत की तरफ से सौरभ गांगुली ने पाक के साथ क्रिकेट ही नहीं, सभी खेलों के रिश्ते खत्म करने को कहा था। वहीं सचिन तेंडुलकर ने पाकिस्तान के साथ खेलने की वकालत करते हुए कहा कि वह व्यक्तिगत तौर पर विश्व कप में बिना खेले पाकिस्तान को 2 अंक देना पसंद नहीं करेंगे। सुनील गावसकर ने कहा था कि विश्व कप में पाक से न खेलकर भारत का ही नुकसान होगा। वहीं पाकिस्तान की तरफ से शोएब अख्तर ने हमले की निंदा करते हुए कहा कि भारत को मैच नहीं खेलने का फैसला लेने का हक है।