ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन के लिए समय बढ़ाए सरकार: बाली

सरकार ने चालकों-परिचालकों को आर्थिक सहायता की घोषणा तो की, रजिस्ट्रेशन कराने की नहीं की कोई व्यवस्था

भास्कर समाचार सेवा

काशीपुर। इसे कहते हैं  समाज सेवा और काम की राजनीति। प्रदेश सरकार ने कोरोना काल की मार झेल रहे गरीब ई-रिक्शा वालों, टेंपो, कैब टैक्सी और बस चालकों कंडक्टरों को छः माह तक प्रतिमाह 2 हजार रुपये की आर्थिक मदद देने की घोषणा तो कर दी, मगर इस मदद के लिए पीड़ित लोग रजिस्ट्रेशन कराने कहां जाए इसकी कोई व्यवस्था नहीं की। गरीब पात्रों का दुख देख आम आदमी पार्टी को मैदान में आना पड़ा और लोगों ने खुद देख लिया कि वास्तव में आम आदमी पार्टी उत्तराखंड में राजनीति करने नहीं राजनीति बदलने आयी है।

आप नेता दीपक बाली ने प्रदेश सरकार से मांग की है कि अभी भी ऐसे हजारों गरीब पात्र लोग रजिस्ट्रेशन कराने से वंचित रह गए हैं जिनके घरों में लॉक डाउन की मार के चलते चूल्हा नहीं जल पा रहा लिहाजा इस योजना की रजिस्ट्रेशन अवधि को आगे बढ़ाया जाए। योजना में आने वाले गरीब लोगों के रजिस्ट्रेशन की जिम्मेदारी सरकार तथा सत्ता पक्ष के कार्यकर्ताओं की बनती थी मगर किसी ने कुछ नहीं किया।  आप नेता दीपक बाली के दिल में हमेशा की तरह गरीबों की सेवा के प्रति संवेदना जाग उठी  और उन्होने आम आदमी पार्टी कार्यालय में ही अपने कार्यकर्ताओं की तीन टीमें गठित कर उन्हें योजना के गरीब लोगों का रजिस्ट्रेशन करने के कार्य में लगा दिया है। अभी तक करीब सात सौ लोगों के रजिस्ट्रेशन हो चुके हैं। उन्होने प्रदेश सरकार से यह भी मांग की है कि कोरोना काल के दौरान का ई-रिक्शा टेंपो बस टैक्सी व अन्य वाहनों का टैक्स भी माफ किया जाए। दीपक बाली ने अपने कार्यालय में रजिस्ट्रेशन शुरू करा कर न सिर्फ पूरे प्रदेश में एक अनूठी मिसाल कायम की है। खुद को जनता की सेवा में समर्पित बताने वाली भाजपा आशीर्वाद यात्रा तो कांग्रेस परिवर्तन यात्रा में मस्त है। जिस जनता के लिए वें यह यात्राएं निकाल रही हैं उस गरीब जनता के दुख दर्द के निवारण से उन्हें कोई सरोकार नहीं। बाली ने आरटीओ कार्यालय के अधिकारियों से भी अनुरोध किया है कि योजना के जिन पात्रों के रजिस्ट्रेशन हो गए हैं उनकी रिपोर्ट शासन स्तर पर समय से भेजने का कष्ट करें ताकि गरीब पात्रों को योजना का लाभ मिल सके।