त्रिविधि पावनी बुद्ध की 2566 वीं जयंती
महापरिनिर्वाण मन्दिर में तथागत बुद्ध की हुई विशेष पूजा
भास्कर ब्यूरो
कसया/कुशीनगर। त्रिविधि पावनी बुद्ध की 2566 वीं जयंती के अवसर पर कुशीनगर के विभिन्न बौद्ध विहारों में सत्य, अहिंसा ब शांति के दूत तथागत बुद्ध का पूजन – अर्चना कर विश्व के खुशहाली की कामना की गई। मुख्य महापरिनिर्वाण मंदिर से गाजे, बाजे व रथों पर भव्य शोभा यात्रा निकाली गई।
सोमवार की सुबह बुद्ध पुर्णिमा/बैशाख पूर्णिमा के अवसर पर तथागत बुद्ध के महापरिनिर्वाण मंदिर से भिक्षु संघ के अध्यक्ष एबी ज्ञानेश्वर, भन्ते नन्द रतन, भन्ते महेंद्र, भन्ते अशोक की अगुवाई में भव्य शोभायात्रा निकाली गयी। शोभा यात्रा बुद्धा गेट, नेशनल हाईवे होते हुए गोरखपुर मार्ग से गांधी चौक और वहां से होकर देवरिया मार्ग पर गोला बाजार, राष्ट्रीय राजमार्ग 28 चौक, दीवानी कचहरी, रामाभार पुल से आगे बुद्धा मार्ग, रामाभार स्तूप होते हुए मुख्य मंदिर पहुंची।
जहां तथागत का विशेष पूजन अर्चन हुआ और उन्हें चीवर चढ़ाया गया। यहां बौद्ध भिक्षुओं ने बुद्धम शरणम गच्छामि, संघम शरणम गच्छामि, धम्मम शरणम गच्छामि का पाठ किया। थाई मंदिर, म्यानमार मंदिर, श्रीलंका बुद्ध विहार, भारत श्रीलंका मंदिर, तिब्बत मंदिर, चाइना मंदिर, कोरिया मंदिर, ताइवान मंदिर, भिक्षु धर्म कीर्ति बुद्ध बिहार, भन्ते ज्ञानेश्वर बुद्ध विहार आदि बुद्ध बिहारों में देसी व विदेशी बौद्ध भिक्षुओं व श्रद्धालुओं ने तथागत बुद्ध के जन्मोत्सव पर पूजन अर्चन किया। उपासक उपासिकों ने भिक्षुओं को भोजन वस्त्र दान दिया। इससे पूर्व रविवार की शाम को बुद्ध पूर्णिमा की पूर्व संध्या पर विशेष पूजा की गई।
इस दौरान भिक्षुणी धम्म नैना, भन्ते सागर, भन्ते किती फान, भन्ते अस्स जी, भन्ते विनय कीर्ति, भन्ते, भन्ते तेन जोंग, राम नगीना, पं वीरेंद्र तिवारी, किरन सिंह, अम्बिकेश त्रिपाठी, ओमप्रकाश कुशवाहा, राजेश त्रिपाठी, कृष्ण कुमार, केशव सिंह, राम आधार के अलावा विद्यालयों के बच्चे व शिक्षक मौजूद रहे।