भारतीय किसानों की हरी सब्जियां अब बनी नेपालियों की पहली पसन्द

नेपाल गंज के कस्टम चीफ शांति राम निरौला की जुबानी 19करोड़,31लाख,13 हजार का हुआ राजस्व संकलित
भारत नेपाल की खुली सीमा का फायदा भी उठाते हैं तस्कर
क़ुतुब अंसारी / मनमोहन शुक्ला
रुपईडीहा ( बहराइच ) भारत नेपाल सीमा पर स्थिति  रूपईडीहा कस्बे से  होकर नेपाल मे भारी मात्रा मे कपड़ा , इलेक्ट्रॉनिक खाद्यान्न आदि सामानो के अतिरिक्त सब्जियो की  भी भारी मात्रा मे नेपाल भेजा जा रहा है।   नेपालगंज कस्टम कार्यालय के अनुसार एक अरब से अधिक की सब्जियो की रूपईडीहा वार्डर से नेपाल मे निर्यात की गई है।
इनमे सबसे अधिक नेपाली क्षेत्र मे आलू भेजा गया है। बीते 10 माह मे कस्टम कार्यालय नेपालगंज द्धारा प्राप्त जानकारी के अनुसार एक अरब 13 करोड 12 लाख 69 हजार नेपाली मुद्रा का आलू भारतीय व्यापारियो ने नेपाल मे निर्यात किया है। नेपालगंज कस्टम कार्यालय चीफ शान्ति राम निरौला ने उक्त जानकारी देते हुए बताया कि आलू के अतिरिक्त टमाटर, प्याज, लहसुन , हरी सब्जी, मटर, सेम , व मसूर की दाल सर्वाधिक आयात हुई है।
उन्होने बताया कि इस 10 माह की अवधि मे टमाटर 2 करोड 74 लाख 15 हजार, प्याज 27 करोड 15 लाख 55 हजार, लहसुन 45 लाख 61 हजार, हरी सब्जी 2 करोड 46 लाख 83 हजार रूपयो की सब्जी व्यापारियो ने भारत से नेपाल मे निर्यात की है। इसी प्रकार 2 करोड 4 लाख 46 हजार की मटर, 41 करोड 98 लाख 95 हजार की लोबिया, 78 लाख 2 हजार की सेम व 29 लाख 23 हजार की मसूर की दाल नेपाल मे निर्यात की गई है। कस्टम चीफ निरौला ने यह भी बताया कि इस निर्यात से हमने 19 करोड 31 लाख 13 हजार रूपयो का कुल राजस्व संकलित किया है। उन्होंने यह भी बताया कि भारत नेपाल की खुली सीमा होने के कारण सब्जी सहित अन्य सामान नेपाल मे अवैध रूप से   भेजा जा रहा है। इससे नेपाली कस्टम की लाखो रूपयो की राजस्व की हानि हो रही है। कुछ तस्कर खुली सीमा होने के कारण ग्रामीण क्षेत्रो से हर तहर के सामान की  तस्करी कर भारत से नेपाल भेज रहे है।

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